सुबह से जारी है एसीबी की कार्रवाई आज 16 फरवरी सुबह एसीबी की टीम ने एक साथ कई स्थानों पर दबिश दी। बताया जा रहा है कि सिर्फ चार घंटे में ही चार करोड़ से भी ज्यादा की प्रॉपर्टी से पर्दा उठ गया। एसीबी के डीजी रवि प्रकाश मेहरडा के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। अधिकारी दीपक मित्तल वर्तमान में जोधपुर के सार्वजनिक निर्माण विभाग विद्युत खंड द्वितीय, में पदस्थापित हैं। अदालत से सर्च वारंट लेने के बाद एसीबी ने यह छापा मारा, जिसमें अब तक 4 करोड़ 2 लाख 14 हजार 395 रुपये की संपत्ति का पता चला है।
आय से 203 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप जांच में सामने आया है कि अभियंता दीपक मित्तल ने अपनी वैध आय से 203 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित की है। उन्होंने जयपुर, उदयपुर, अजमेर और ब्यावर में कुल 16 प्लॉट खरीदे हैं। इसके अलावा उन्होंने निर्माण कार्यों में भी करोड़ों रुपये का निवेश किया है। एसीबी को छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में नकदी, बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज, चेकबुक, एलआईसी पॉलिसी और शेयर बाजार में किए गए निवेश के कागजात भी मिले हैं। इससे साफ है कि अभियंता ने अपने वेतन से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है और कई क्षेत्रों में निवेश किया है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी लगातार सख्त कदम उठा रही है। पिछले कुछ महीनों में कई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस छापेमारी से सरकारी महकमों में हड़कंप मच गया है और अन्य भ्रष्ट अधिकारियों में भी डर का माहौल बना हुआ है। एसीबी की टीम जब्त किए गए दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। आने वाले दिनों में अभियंता दीपक मित्तल से पूछताछ की जाएगी और आय से अधिक संपत्ति मामले में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फरीदाबाद में जो सम्पत्ति मिली है वह उनके भाई की दखल में है। उसके दस्तावेज दीपक के नाम बताए जा रहे हैं।