Rajasthan Assembly Budget Session : पक्ष-विपक्ष में गतिरोध बरकरार, वार-पलटवार जारी
Rajasthan Assembly Budget Session : राजस्थान विधानसभा बजट सत्र में गतिरोध बरकरार है। कांग्रेस ने शेष बजट सत्र का बहिष्कार कर दिया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार हो रहा है।
Rajasthan Assembly Budget Session : राजस्थान विधानसभा बजट सत्र को लेकर चल रहा गतिरोध आज भी जारी है। सोमवार को पूरे दिन सड़क से सदन तक बवाल होता रहा। कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को सदन से धरना खत्म कर दिया। पर अब निलंबित विधायकों की बहाली और मंत्री अविनाश गहलोत से माफी मंगवाने तक कांग्रेस ने सदन नहीं चलने देने का फैसला किया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा जब तक मंत्री की टिप्पणी को कार्यवाही से निकालकर माफी नहीं मंगवाएंगे तब तक सदन की कार्यवाही में नहीं हिस्सा लेंगे। मतलब साफ है कांग्रेस ने शेष बजट सत्र का बहिष्कार कर दिया है। सोमवार को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा सदन की कार्यवाही में सभी 66 विधायक नहीं तो कोई जरूरी नहीं है, हम सड़क पर लड़ेंगे। इसी बीच विधानसभा के सुरक्षा कर्मियों और कांग्रेस के निलंबित विधायकों के बीच विधानसभा के गेट पर धक्का मुक्की हो गई। अभी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध बरकरार है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज भाजपा पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा मैं जब निलंबित था तो सदन में मुझे क्यों बुलाया गया? क्या मुझे जलील करने के लिए बुलाया गया। डोटासरा ने कहा, डोटासरा गाजर मूली है क्या, जो तोड़ के खा जाओगे। कांग्रेस का सिपाही है।
सीएम भजनलाल विधानसभा पहुंचे, विधायकों संग करेंगे बैठक
इस गहमागहमी के बीच राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा विधानसभा पहुंच गए हैं। वे भाजपा के विधायकों संग बैठक करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि शायद समझौते का कोई रास्ता निकल आए।
विधायक दल की बैठक में जो फैसला होगा उस अनुसार करेंगे कार्य
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा संभावनाओं से कभी मना नहीं किया जा सकता है। कल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने जिन शब्दों का प्रयोग किया है, वो क्षमायोग्य नहीं है। इस संदर्भ में हमारे विधायक दल की बैठक है। उसमें जो फैसला लिया जाएगा, उसके अनुसार कार्य करेंगे।
अगर सदन को चलना है तो मंत्री माफी मांगे – सचिन पायलट
कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट ने अपने तेवर दिखाते हुए कहा कि हमारी आज भी यह मांग है कि वो मंत्री या सरकार का मुख्यमंत्री सिर्फ यह बोल दें कि इंदिरा गांधी के खिलाफ हमारी कोई दुर्भावना नहीं है। मात्र इतनी हमारी डिमांड हैं। अगर वो भी नहीं करना चाहते हैं तो फिर हम लोग भी यहां बैठे हैं और सरकार भी बैठी है। हम डटकर मुकाबला करेंगे। पूरे प्रदेश और देश में करेंगे। हमारे 6 साथियों को निलंबित किया है। हम 66 लोग हैं। एकजुटता के साथ रहेंगे। अगर सदन को चलाना है तो मंत्री से माफी मंगवा लें हम सदन को चलाने को तैयार हैं।
सचिन पायलट ने आगे कहा जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सब जानते हैं प्रश्नकाल में एक मंत्री ने इंदिरा गांधी को अपमानित करने की कोशिश की गई थी। ऑन रिकॉर्ड है। हमारी मांग है कि वो इंदिरा गांधी के बारे में जो बात कहीं गई है, उसको वापस लें, खेद प्रकट करें। कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन देश की संसद में अम्बेडकर का अपमान होता है। राजस्थान विधानसभा में इंदिरा जी का अपमान होता है। हम लोग जब डिमांड करते हैं कि उसे स्पंज किया जाए तो विधायकों को बिना नोटिस निलंबित किया जाता है।
राजस्थान विधानसभा के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। भारी पुलिस बल तैनात हैं। कांग्रेस के निलंबित विधायकों को सदन में जाने से रोकने के लिए विशेष निगरानी की जा रही है।