जयपुर। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मुद्दे पर राजस्थान में बयानबाजी शुरू हो गई है। दरअसल, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने हिंदुओं पर अत्याचार व मंदिर तोड़े जाने को लेकर केंद्र की चुप्पी पर सवाल उठाया।
जिस पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली चुनावों में हार के बाद कांग्रेस नेताओं को फिर हिंदू याद आने लगे। जबकि चुनावों में तुष्टिकरण के चलते धर्म विशेष को खुश करने के लिए इतने दिन किसी भी कांग्रेस नेता के मुंह से बांग्लादेश हिंसा पर एक शब्द नहीं निकला।
‘बना रहे दबाव’
भाजपा अध्यक्ष राठौड़ ने मीडिया से कहा कि बांग्लादेश हिंसा को लेकर केन्द्र कूटनीतिक रूप से वहां की सरकार पर दबाव बना रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने कई देशों से बात कर बांग्लादेश पर दबाव बनाने का प्रयास किया है। केन्द्र के इन प्रयासों के कारण ही बांग्लादेश में निर्मम अमानवीय हिंसक घटनाओं पर अंकुश लगा है।
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से हुई हिंसा में 23 हिन्दुओं की हत्या हो चुकी है एवं 152 मंदिरों में तोड़फोड़ की जा चुकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसी परिस्थिति के बावजूद भारत सरकार ने वैश्विक प्लेटफॉर्म्स पर अभी तक कोई भी बयान देना या बांग्लादेश पर दबाव डालना उचित नहीं समझा है।…
गहलोत ने रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट में कहा बांग्लादेश में ततापलट के बाद से हुई हिंसा में 23 हिन्दुओं की हत्या हो चुकी है। 152 मंदिरों में तोड़फोड़ की जा चुकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत सरकार को बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों पर लगाम लगाने के लिए कूटनीतिक कदम उठाने चाहिए।