भर्ती रद्द होने की अटकलें तेज
राज्य सरकार द्वारा हाईकोर्ट में दिए गए इस बयान के बाद SI भर्ती 2021 के निरस्त होने की अटकलें तेज हो गई हैं। सरकार की मंशा को लेकर उम्मीदवारों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले यह सुनवाई बुधवार दोपहर 2 बजे होनी थी, लेकिन सरकार के अनुरोध पर इसे टाल दिया गया।
एक और नई याचिका दायर
वहीं, अब SI भर्ती 2021 के मामले में हाईकोर्ट में एक और नई याचिका दायर की गई है। अभ्यर्थी मनीष चौधरी ने अधिवक्ता ओ.पी. सोलंकी के जरिए याचिका दाखिल की, जिसमें संपूर्ण भर्ती को रद्द करने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि भर्ती में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े और पेपर लीक की जानकारी सरकार को पहले ही दी जा चुकी थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। याचिकाकर्ता के आरोप हैं कि 5 अगस्त 2023 को मुख्यमंत्री, आरपीएससी चेयरमैन, डीजीपी और एसओजी चीफ को शिकायत दी गई थी। शिकायत में SI भर्ती में धांधली और मास लेवल पर पेपर लीक होने की बात कही गई थी। साथ ही बाबूलाल कटारा की भूमिका और जालोर क्षेत्र में हुई गड़बड़ियों की विस्तृत जानकारी दी गई थी।
याचिकाकर्ता ने बताया कि आरपीएससी और राजस्थान पुलिस अकादमी से RTI के जरिए भी जानकारी मांगी गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। याचिका में ट्रेनी थानेदारों की नियुक्ति को रोकने और भर्ती को पूरी तरह से रद्द करने की मांग की गई है।
भर्ती पर क्या फैसला लेगी सरकार?
राज्य सरकार ने हाईकोर्ट को यह संकेत दिया है कि वह इस मामले में जनहित में अहम निर्णय लेने जा रही है। वहीं, गुरुवार को हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
क्या है SI भर्ती पेपर लीक मामला?
गौरतलब है कि साल 2021 में आयोजित राजस्थान सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। जांच में सामने आया कि फर्जी अभ्यर्थियों को डमी कैंडिडेट के रूप में बिठाया गया। नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़ा किया गया। इस मामले में SOG ने अब तक 50 ट्रेनी SI को गिरफ्तार किया, जिनमें से 25 को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है।