गहलोत बोले कि नीतीश कुमारहमारे मित्र है। बीजेपी ने उन्हें आगे रखकर सरकार चलाई है। उनके पार्लियामेंट मेंबरों को भाजपा ने तोड़ लिया है। पिछले दो ढाई साल में ऐसा माहौल रहा कि उनकी सरकार में बहुत बाधाएं आई। इसलिए आप देख रहे है कि इंडिया गठबंधन जैसे ही वहां पहुंचा तो पीएम मोदी ने वहां पर पांच—छह रैलियां कर ली। अब माहौल इंडिया गठबंधन के पक्ष में आ रहा है।
गहलोत ने पटना दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि जब वह बिहार गए थे, तब उन्हें साफ महसूस हुआ कि इस बार जनता बदलाव का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भाजपा और एनडीए सरकार की नीतियों से नाराज है।
मतदाता सूची के पुनरीक्षण पर सवाल उठाते हुए गहलोत ने कहा कि चुनाव आयोग जिस तरह से चुनाव से महज एक महीने पहले 2 करोड़ मतदाताओं का सर्वेक्षण करने की बात कर रहा है, वह न केवल अव्यावहारिक है, बल्कि संदेह भी पैदा करता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, सुप्रीम कोर्ट के माननीय जज ने साफ शब्दों में कहा कि यह अधिकार उनके पास नहीं है। इससे बड़ा ताना और क्या हो सकता है।
भाजपा सरकार की ओर से एजेंसियों का दुरूपयोग किया गया है। चाहे ईडी हो या सीबीआई हो या अन्य एजेंसियां। भाजपा प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग कर रही है ताकि विपक्षी मतदाताओं के नाम लिस्ट से हटाए जा सकें। बिहार चुनाव को लेकर टिकट वितरण की तैयारियों पर गहलोत ने भरोसा जताया कि कांग्रेस और महागठबंधन में सब कुछ सुचारू रूप से चलेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया लोकतांत्रिक ढंग से होगी और सामूहिक नेतृत्व में फैसला लिया जाएगा।