केस 01… शादी की पहली रात से मिला धोखा, पुलिस ने बयान बदले
अप्रेल 2019 में मेरी शादी हुई। शादी की पहली रात को ही पति शराब के नशे में आया तो सन्न रह गई, जबकि पहले उसका चाल चलन अच्छा बताया गया था। शादी के बाद से वह मानसिक प्रताड़ना देने लगा और मारपीट तक बात पहुंच गई। दिसम्बर 2023 में रात को मेरे साथ मारपीट की तो सुबह बजाज नगर थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाने की बात कही। साजिश के तहत सास-ससुर सुबह थाने पहुंचे और मेरे व मेरे पति के खिलाफ रिपोर्ट दी।केस 02… पति ने इतना प्रताड़ित किया कि अलग होने का निर्णय लेना पड़ा
पच्चीस वर्षीय युवती ने बताया कि दिसम्बर 2021 में जयपुर निवासी युवक से शादी हुई। युवक की दिमागी हालत सही नहीं थी और उसके परिजन ने झूठ बोला कि बेटे के कोई बीमारी नहीं। शादी के बाद से ही पति मारपीट करने लगा। शराब भी पीता था। पता चला कि पति की दिमागी हालत सही नहीं है। चिकित्सकों से उपचार करवाया, तब उन्होंने भी दिमागी हालत सही नहीं होना बताकर घर भेज दिया। क्या करती, शादी हुई थी।सहन करने व चुप रहने से बच रहे अपराधी
-21 प्रकरण महिलाओं से रेप के बाद हत्या करने के दर्ज, वर्ष 2024 में नवम्बर तक-06 में प्रकरण को झूठा मानते हुए एफआर, 9 में चालान पेश
-824 प्रकरण दर्ज गैंग रेप के, इसमें 405 को झूठा माना, 198 में चालान
-14 मामले दर्ज छोटी बच्चियों से रेप के बाद हत्या मामले में
-124 मामले 2024 में जिनमें से 71 में एफआर और वहीं दहेज हत्या आत्महत्या के 38 मामले।
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विशेषज्ञ की बात: मामले में देरी से नष्ट हो जाते हैं साक्ष्य
महिलाओं के केस में पारदर्शिता रखनी चाहिए। कोई भी मामला पुलिस या कोर्ट के सामने आए तो उसमें तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। मामले में देरी से साक्ष्य नष्ट हो जाते हैं और पीड़ित महिला को न्याय नहीं मिल पाता। लड़की खुद भी कहीं चली गई, तब भी पुलिस को तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर तलाश शुरू कर देनी चाहिए, लेकिन पुलिस 24 घंटे का इंतजार करवाती है। तब तक दुनिया ही बदल जाती है। महिलाओं को शिक्षित करना होगा। आज भारत में सबसे अधिक कानून महिलाओं को लेकर बने हैं। लेकिन महिलाओं को इसकी जानकारी नहीं है।-अलका भटनागर, अधिवक्ता, राजस्थान हाईकोर्ट