यहां सर्वाधिक परेशानी
कस्बे के भवानीपुरा, जोधनगर, जटावास, मालियों का बास, मंगलपुरा, पुरोहितों की गली सहित कई गली मोहल्ले ऐसे है, यहां पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं है। जिसके कारण बारिश के दौरान यहां पानी भर जाता है। कई जगहों पर तो गलियों के बीच पानी जमा हो जाता है। जिससे आवागमन मुश्किल हो जाता है। पुरोहितों की गली में तो बारिश के दौरान पानी दो-तीन फीट तक बहता है और कई बार घरों में घुस जाता है। जिससे आमजन को परेशानी होती है।
महीनों तक जमा रहता है पानी, नहीं हो पाता कोई आयोजन
राउमावि के पास स्थित विशाल मैदान में पूर्व-उत्तर दिशा में पानी का भराव होता है। पीछे भवानीपुरा आबादी स्थित है। चारदीवारी के पास ही भारी मात्रा में जमा पानी निकासी की व्यवस्था के अभाव में कई महीनों तक भरा रहता है। साथ ही जमीन भी दलदली हो जाने के कारण मैदान में कोई आयोजन करना मुश्किल हो जाता है। बारिश के पानी, कीचड़ व दलदली जमीन के कारण यहां चलना भी दुश्वार हो जाता है। ऐसी स्थिति में कोई कार्यक्रम होने पर उसे राउमावि परिसर में अथवा अन्य जगह करना पड़ता है।
राष्ट्रीय कार्यक्रम होते हैं प्रभावित
कस्बे में गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस पर कार्यक्रम राउमावि मैदान में ही होते हैं। इन आयोजनों से पूर्व बारिश हो जाती है तो मैदान में पानी भर जाता है और कई महीनों तक जमा रहता है। अगले माह स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम होना है। इससे पूर्व यहां बरसाती पानी जमा हो गया है। जिससे पूर्वाभ्यास व मुख्य आयोजन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
पत्रिका ने चेताया था, नहीं किए कोई इंतजाम
कस्बे में बरसाती पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं है। जिसको लेकर राजस्थान पत्रिका में 2 जून को ‘पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं, बारिश में बढ़ेगी दिक्कत’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया था। खबर प्रकाशन के एक माह बाद कस्बे में मूसलाधार बारिश हुई। इस दौरान राउमावि मैदान सहित कई जगहों पर पानी जमा हो गया है। साथ ही बारिश के दौरान कई गली मोहल्लों में भी पानी भरा और घरों में भी घुसा। यदि समय रहते नगरपालिका अधिकारी चेत जाते और पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध किए जाते तो समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।