पश्चिमी राजस्थान में विशेष रूप से सरहदी जैसलमेर व बाड़मेर जिलों में वर्षों पूर्व लोग अपनी जमीनें ओरण, गोचर, नाडी-तालाबों की आगोर के लिए देते थे, ताकि क्षेत्र के पशुधन के लिए चारे की कमी नहीं हो।
जैसलमेर•May 19, 2025 / 09:07 pm•
Deepak Vyas
Hindi News / Jaisalmer / पोकरण: गांवों में ओरण, गोचर व नाडी… लेकिन रिकॉर्ड में सिवायचक
जैसलमेर
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