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जैसलमेर

पोकरण : हाइ-वे पर बढ़ते हादसे, संकेतकों की कमी और बेकाबू रफ्तार बनी चुनौती

कुछ वर्ष पूर्व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से पोकरण-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 और जैसलमेर-पोकरण-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 का सुदृढ़ीकरण, विस्तार व नवीनीकरण किया गया था।

जैसलमेरMar 11, 2025 / 08:22 pm

Deepak Vyas

jsm
कुछ वर्ष पूर्व भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से पोकरण-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 और जैसलमेर-पोकरण-बीकानेर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 का सुदृढ़ीकरण, विस्तार व नवीनीकरण किया गया था। इस दौरान कई जगहों पर खतरनाक मोड़ों को कम नहीं करने के कारण आए दिन हादसे हो रहे है। यही नहीं सडक़ की चौड़ाई बढ़ जाने और नई सडक़ के चलते वाहनों की गति पर भी लगाम नहीं लग पा रही है। गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व एनएचएआइ की ओर से राष्ट्रीय राजमार्गों के सुदृढ़ीकरण का कार्य किया गया। पोकरण से जोधपुर व पोकरण से जैसलमेर जाने वाले मार्गों पर कई ऐसे खतरनाक मोड़ है, जहां आए दिन हादसे होते रहते है। कुछ जगहों पर तो हादसों के ब्लैक स्पॉट भी बन गए है। जहां हादसों में कई लोग जान गंवा चुके है। सोमवार को भी लवां गांव के तालाब के पास खतरनाक मोड़ में बस व एसयूवी की आमने-सामने भिड़ंत हो गई थी। इसमें एक युवक की मौत हो गई और एक महिला घायल हुई थी।

यहां आए दिन हो रहे हादसे

  • क्षेत्र के लवां गांव से पोकरण की तरफ तालाब के पास खतरनाक मोड़।
  • पोकरण-जोधपुर मार्ग पर डेडिया गांव के पास।
  • जोधपुर-जैसलमेर जिला सीमा बोर्ड के पास।
  • जोधपुर रोड पर बाइपास फांटे के पास। यहां खतरनाक एस आकार का मोड़ है।
  • जैसलमेर रोड पर मिड-वे तिराहे पर।
  • जैसलमेर रोड पर आशापुरा मंदिर फांटा जाने वाले मार्ग पर।
  • क्षेत्र के चाचा गांव के पास।
  • धोलिया, गंगाराम की ढाणी व लाठी गांवों के पास कई ब्लैक स्पॉट है।

गति पर नहीं लग रही लगाम

पुलिस की ओर से जैसलमेर-पोकरण रोड पर एक इंटरसैप्टर लगाई गई है, जो अधिकतर समय लाठी थानाक्षेत्र में मुख्य सडक़ पर वाहनों की जांच करती है। इसके अलावा जोधपुर रोड पर कहीं पर इंटरसैप्टर वाहन नहीं है। राष्ट्रीय राजमार्ग सडक़ की चौड़ाई बढऩे के साथ सुदृढ़ीकरण होने से वाहन चालक तेज गति से गाड़ी भगाते है। अनजान वाहन चालकों को खतरनाक मोड़ की जानकारी नहीं हो पाती है। जिससे कई बार सामने से आने वाले वाहन तो कभी सडक़ पार कर रहे पशुओं से भिड़ंत हो जाती है।

एक्सपर्ट व्यू – लगे संकेतक बोर्ड, गति पर लगाम

समाजसेवी महिपालसिंह चंपावत का कहना है कि जैसलमेर-जोधपुर व जैसलमेर-बीकानेर वाया पोकरण स्थित दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर खतरनाक मोड़ों पर संकेतक बोर्ड लगाने की जरुरत है, ताकि वाहन चालकों को मोड़ की जानकारी हो सके। इसके साथ इंटरसैप्टर की संख्या बढ़ाकर वाहनों की गति की जांच होनी चाहिए, ताकि नियंत्रित गति में वाहन चलने से हादसों से बचा जा सके।

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