धार्मिक अनुष्ठानों का हुआ आयोजन
विश्व कल्याण, आपसी सद्भाव, सुख समृद्धि, अमन चैन की कामना को लेकर मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। यजमानों सहित उपस्थित श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की एवं दुग्धाभिषेक किया। आचार्य पंडित पुरोहित के सानिध्य में यजमानों व श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां दी। इस मौके पर आशापुरा मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था। यहां आए श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा-अर्चना की। शाम को यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया।
मंदिर में सुगंधित पुष्पों से की आकर्षक सजावट
पाटोत्सव के मौके पर पूरे मंदिर परिसर, निज मंदिर के अंदर व बाहर आकर्षक एवं सुगंधित पुष्पों से सजावट की गई। जिससे मंदिर में प्रवेश करते ही विभिन्न तरह के पुष्पों से वातावरण सुगंधित हो रहा था। इसी तरह मंदिर के पृष्ठ भाग, छत व मंदिर के शिखर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया।
दिनभर रही दर्शनार्थियों की रेलमपेल
समारोह को लेकर दिनभर मंदिर में दर्शनार्थियों की रेलमपेल लगी रही। कस्बे सहित आसपास क्षेत्र के गांवों, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, फलोदी सहित कई जगहों से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी यहां पहुंचे। शाम पांच बजे से रात्रि आठ बजे तक पोकरण कस्बे व आशापुरा मंदिर के बीच तीन किलोमीटर सडक़ मार्ग पर दर्शनार्थियों की रेलमपेल लगी हुई थी। श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन कर अमन, चैन, शांति व खुशहाली के लिए प्रार्थना की।