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जैसलमेर

पूर्णाहुति के साथ सात दिवसीय पाटोत्सव समारोह का समापन

पोकरण कस्बे के प्रसिद्ध आशापुरा माता मंदिर में गत 7 दिनों से चल रहे 25वें पाटोत्सव समारोह के अंतर्गत शनिवार को दिनभर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया।

जैसलमेरFeb 01, 2025 / 09:07 pm

Deepak Vyas

jsm
पोकरण कस्बे के प्रसिद्ध आशापुरा माता मंदिर में गत 7 दिनों से चल रहे 25वें पाटोत्सव समारोह के अंतर्गत शनिवार को दिनभर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। मां आशापुरा के पोकरण आगमन की तिथि पर प्रतिवर्ष माघ शुक्ला तृतीया को पाटोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसी के अंतर्गत शनिवार को मंदिर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन कर मां आशापुरा के पोकरण आगमन का शुभ दिन पाटोत्सव के रूप में मनाया गया। इस मौके पर सुबह सवा पांच बजे आचार्य पंडित गिरीराज पुरोहित के सानिध्य में मुख्य यजमान जुगलकिशोर बिस्सा ने षोड्षोपचार विधि से पूजन कर अभिषेक किया और मंदिर के पुजारी नखतपुरी ने प्रतिमा पर स्वर्ण वर्क से सजावट कर देवी प्रतिमा पर स्वर्ण मुकुट एवं सूखे मेवे का प्रसाद चढ़ाया। दोपहर बाद यज्ञ के साथ धार्मिक अनुष्ठानों की पूर्णाहुति की गई, जिसमें यहां उपस्थित यजमानों ने यज्ञ में आहुतियां दी।

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धार्मिक अनुष्ठानों का हुआ आयोजन

विश्व कल्याण, आपसी सद्भाव, सुख समृद्धि, अमन चैन की कामना को लेकर मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। यजमानों सहित उपस्थित श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की एवं दुग्धाभिषेक किया। आचार्य पंडित पुरोहित के सानिध्य में यजमानों व श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां दी। इस मौके पर आशापुरा मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था। यहां आए श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा-अर्चना की। शाम को यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया।

मंदिर में सुगंधित पुष्पों से की आकर्षक सजावट

पाटोत्सव के मौके पर पूरे मंदिर परिसर, निज मंदिर के अंदर व बाहर आकर्षक एवं सुगंधित पुष्पों से सजावट की गई। जिससे मंदिर में प्रवेश करते ही विभिन्न तरह के पुष्पों से वातावरण सुगंधित हो रहा था। इसी तरह मंदिर के पृष्ठ भाग, छत व मंदिर के शिखर को आकर्षक रोशनी से सजाया गया।

दिनभर रही दर्शनार्थियों की रेलमपेल

समारोह को लेकर दिनभर मंदिर में दर्शनार्थियों की रेलमपेल लगी रही। कस्बे सहित आसपास क्षेत्र के गांवों, जोधपुर, बीकानेर, जैसलमेर, फलोदी सहित कई जगहों से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी यहां पहुंचे। शाम पांच बजे से रात्रि आठ बजे तक पोकरण कस्बे व आशापुरा मंदिर के बीच तीन किलोमीटर सडक़ मार्ग पर दर्शनार्थियों की रेलमपेल लगी हुई थी। श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन कर अमन, चैन, शांति व खुशहाली के लिए प्रार्थना की।

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