वर्ष 2012 में हुआ था ऑडिटोरियम का शिलान्यास
शहर के एक नंबर रोड पर नगर परिषद के पास ऑडिटोरियम का निर्माण वर्ष 2012 में शुरू किया गया था। ऑडिटोरियम के निर्माण के लिए जमीन नगर परिषद ने उपलब्ध करवाई थी।इसके बाद ट्रस्ट और परिषद के बीच एमओयू हुआ। जिसके तहत ऑडिटोरियम का ढांचा मंदिर ट्रस्ट को बनवाना था तथा इसके बाद फिनिशिंग व अन्य कार्य परिषद को करवाना थे। ऑडिटोरियम के भवन का ढांचा तैयार होने के बाद ट्रस्ट ने निर्माण का काम बंद कर दिया। अब प्रशासन चाहता है कि इसका पूरा निर्माण ट्रस्ट की ओर से कराया जाए, लेकिन दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पाई जिससे काम अटका पड़ा है। ऐसे में लोगों को बड़े आयोजनों के लिए निजी होटलों का सहारा लेना पड़ रहा है।
वर्ष 2019 में हुआ था ओवरब्रिज का शिलान्यास
पंद्रह मार्च 2019 को पुलिस लाइन के पास रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का शिलान्यास हुआ था। यह ओवरब्रिज करीब छह साल से अधूरा पड़ा है। जब भी ट्रेन आती है फाटक बंद हो जाता है। दोनों तरफ वाहनों की कतार लग जाती है। यह फाटक जयपुर से झुंझुनूं आने वाले मुख्य मार्ग पर बना है। शहर में सबसे ज्यादा वाहन इसी मार्ग पर चलते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी भी इसी फाटक पर होती है। करीब 850 मीटर लम्बे इस ओवरब्रिज का कार्य 14 सितम्बर 2020 को पूरा था। यह अवधि भी निकल चुकी। फरवरी 2025 चल रहा है। यदि मार्च में भी कार्य शूरू हो तो भी इस साल कार्य पूरा होना मुश्किल है।
ऑफिसर्स क्लब व खेल विवि की सुध नहीं
मान नगर में ऑफिसर्स क्लब की सुध कोई नहीं ले रहा। यह क्लब अब कुछ लोगों की पार्टी करने तक सीमित हो रहा है। जिले के प्रभारी सचिव समित शर्मा के दौरे से एक दिन पहले कलक्टर, नगर परिषद आयुक्त व अधिकारियों ने इसका दौरा किया था। इसके बाद तत्कालीन कलक्टर चिन्मयी गोपाल का तबादला जयपुर हो गया, तब से इस क्लब की सुध जिला प्रशासन के अधिकारी नहीं ले रहे। वहीं खेल विवि के लिए जमीन चिहिन्त हो चुकी, लेकिन इसके लिए भी धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा।