Bihar Teacher Vacancy 2025 : शिक्षक भर्ती में बिहार की बेटियों को 35% आरक्षण
सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने सोशल मीडिया पर बताया कि शिक्षा विभाग को तुरंत खाली पड़े शिक्षकों के पदों की गिनती करने और TRE 4.0 परीक्षा जल्दी करवाने को कहा गया है। यह उन लाखों युवाओं के लिए अच्छी खबर है जो टीचर बनना चाहते हैं। इस भर्ती में एक खास बात यह है कि महिलाओं को मिलने वाला 35% आरक्षण सिर्फ बिहार की मूल निवासी महिलाओं को ही मिलेगा। यह फैसला राज्य की लड़कियों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता देने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। सरकार का मानना है कि इससे स्थानीय महिलाओं को ज्यादा नौकरी मिलेंगी और वे राज्य के विकास में भागीदार बनेंगी।
1 करोड़ नौकरियों का बड़ा लक्ष्य
शिक्षक भर्ती के साथ-साथ नीतीश सरकार ने बेरोजगारी खत्म करने के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है। 15 जुलाई को कैबिनेट बैठक में अगले 5 सालों (2025-2030) में 1 करोड़ नौकरी और रोजगार के मौके बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। इसे चुनावी साल में विपक्ष को बेरोजगारी के मुद्दे पर जवाब देने का सरकार का ‘मास्टरस्ट्रोक’ माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव से पहले भी 1 करोड़ नौकरियों का वादा किया था। इस बड़े लक्ष्य को पाने के लिए विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में एक बड़ी कमेटी बनेगी। यह कमेटी नई नौकरी और रोजगार के मौके तलाशने और उन्हें लागू करने पर सरकार को सलाह देगी। सरकार ने पहले भी TRE 1.0, TRE 2.0 और TRE 3.0 जैसी परीक्षाएं कराकर हजारों युवाओं को नौकरी दी है।
इस बार भी सरकारी स्कूलों में प्राइमरी (कक्षा 1-5), मिडिल (कक्षा 6-8), सेकेंडरी (कक्षा 9-10) और हायर सेकेंडरी (कक्षा 11-12) के शिक्षकों की भर्ती होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार करीब 1.60 लाख शिक्षकों की भर्ती हो सकती है जिसमें पिछली TRE 3.0 की खाली सीटें भी शामिल हैं। अनुमान है कि 14 जिलों में शिक्षकों की बहुत कमी है, जहां करीब 90 हजार शिक्षकों की तुरंत जरूरत है।
क्या बिहार के लिए यह सुनहरा मौका है
इस बड़े ऐलान से बिहार के युवाओं में नई उम्मीद जगी है। एक तरफ शिक्षक बनने की चाहत रखने वालों के लिए TRE 4.0 एक बेहतरीन मौका है वहीं 1 करोड़ नौकरियों का लक्ष्य राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगा। अब देखना यह है कि नीतीश सरकार इस बड़े वादे को कितनी अच्छी तरह पूरा कर पाती है और कैसे बिहार के युवाओं के सपनों को साकार करती है।