यूनिट प्रभारी एवं आचार्य डॉ. दिनेश दत्त शर्मा ने भर्ती किया। जब जांच की गई तो अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन में उनमें हेपटोबिलियरी सिस्टम से जुड़े हुए एक असामान्य रूप से बड़े सिस्ट की पहचान हुई। इस स्थिति में तत्काल सर्जरी की जरूरत थी। इस सिस्ट ने महिला के पूरे पेट को भर दिया था, जो लिवर के ऊपरी हिस्से से शुरू होकर नीचे पेल्विस तक फैल गई थी। जिसकी वजह से आंतों में रुकावट भी हो रही थी।
वरिष्ठ सर्जनों की टीम ने ऑपरेशन कर सिस्ट को निकाल दिया। सर्जरी के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि यह लिंफेंजियोमा सिस्ट हेपटोबिलियरी सिस्टम से उत्पन्न हुआ और इसने आसपास के अंगों को प्रभावित कर दिया। यह सिस्ट पित्ताशय, लिवर, कॉमन बाइल डक्ट, डुओडिनम एवं आमाशय के बीच चिपकी हुई थी, सुरक्षित तरीके से इसे अलग करना बहुत जटिल था।