पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि होली व रमजान के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने व अापराधिक गतिविधियों की रोकथाम के साथ ही बदमाशों की धरपकड़ के विशेष निर्देश हैं। डीएसटी के हेड कांस्टेबल ओमाराम व कांस्टेबल दलाराम को हार्डकोर-हिस्ट्रीशीटर सहीराम के हर्ष नगर में रहने और अवैध हथियार रखने की सूचना मिली। डीएसटी प्रभारी एसआइ पिंटू कुमार व कुड़ी भगतासनी थानाधिकारी हमीरसिंह व एसआइ मानाराम के नेतृत्व में पुलिस ने हर्ष नगर में एक मकान में दबिश दी, जहां से सहीराम को पकड़ा गया। तलाशी लेने पर उसके पास एक अवैध पिस्तौल व ग्यारह जिंदा कारतूस मिले। आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज कर अवैध हथियार व कारतूस जब्त किए गए।
मूलत: करवड़ थानान्तर्गत विनायकपुरा भवाद हाल झालामण्ड के हर्ष नगर निवासी सहीराम िबश्नोई (29) को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई में डीएसटी के कांस्टेबल मोतीराम, नरेन्द्रसिंह, भगाराम, सुनील, देवेन्द्र व गंगासिंह भी शामिल थे।
गैंग सरगना से जान का खतरा होने की आशंका
आरोपी सहीराम करवड़ थाने का हिस्ट्रीशीटर व हार्डकोर बदमाश है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, अवैध वसूली, आर्म्स एक्ट आदि के 25 मामले दर्ज हैं। वह 007 गैंग का सक्रिय गुर्गा रह चुका है। जो सोशल मीडिया पर अवैध हथियार के साथ फोटो अपलोड करता था। सहीराम से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आइ्र। उसने पुलिस को बताया कि उसकी 0044 गैंग के सरगना निंबाराम से रंजिश है। निंबाराम ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। इसी के डर से उसने अपनी सुरक्षा के लिए कुछ महीने पहले नरेन्द्रसिंह से अवैध पिस्तौल व जिंदा कारतूस खरीदे थे। जान के खतरे की आशंका से वह गांव छोड़कर हर्ष नगर में रहने लग गया था।
गोली मारकर पकड़ा था
सहीराम बिश्नोई शातिर बदमाश है। उसने अगस्त 2019 में नागौर हाईवे पर नेतड़ा टोल नाका पर विवाद के बाद फायरिंग की थी। वह फरार हो गया था। अगले माह पुलिस ने उसे बनाड़ रोड पर निजी स्कूल के पास घेरा था। आइपीएस अधिकारी व तत्कालीन पुलिस उपायुक्त (पूर्व) धर्मेन्द्रसिंह यादव स्वयं मौके पर पहुंचे थे। आरोपी सहीराम ने भागने के उद्देश्य से पुलिस पर गोली चला दी थी। यादव ने सहीराम के पांव पर जवाबी गोली चलाई थी। तब उसे पकड़ा जा सका था।