थानाधिकारी देवेन्द्रसिंहदेवड़ा ने बताया कि फायरिंग में घायल बीजेएस निवासी दिगम्बर सिंह के पिता सुमेरसिंह ने मंगलवार को एफआइआर दर्ज कराई है। तीन जनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हमलावरों की पहचान कर ली गई है। मुख्य आरोपी डेविल बर्गी अभी तक पकड़ा नहीं गया है। जेठूसिंह ने देवेन्द्र और देवेन्द्र ने डेविल को सुपारी देकर फायरिंग करवाई थी। घायल को देर रात निजी अस्पताल से एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रीढ़ की हड्डी में फंसी गोली निकालने के लिए ऑपरेशन किया गया।
सुपारी के 50 हजार रुपए अग्रिम दिए गए थे
गड़ा गांव निवासी छात्र नेता जेठूसिंह पर हमले के आरोप में बीजेएस निवासी आरोपी दिगम्बर सिंह गत 6 जनवरी को जमानत पर जेल से बाहर आया था। तब से जेठूसिंह पक्ष हमले का बदला लेने की फिराक में था। पुलिस का कहना है कि जेठूसिंह ने नागौर जिले में मूण्डवाथानान्तर्गत सेनणी गांव निवासी देवेन्द्रसिंह उर्फ मनसा को दिगम्बर सिंह की हत्या करने के लिए सुपारी दी थी। उसे 50 हजार रुपए बतौर अग्रिम दिए गए थे। शेष राशि बाद में दी जानी थी। देवेन्द्रसिंह ने रसाला रोड निवासी डेविल बर्गी को सुपारी दे दी थी।
दोस्त ने कारतूस दिलाने के बहाने हॉस्टल बुलाया था
डेविल बर्गी ने सुपारी लेने के बाद हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए उसने भोमसिंह व मघजी की घाटी निवासी राकेश राणा को साथ लिया था। भोमसिंह की दिगम्बर सिंह से भी दोस्ती थी। दिगम्बर को पिस्तौल के लिए कारतूस चाहिए थे। इसके लिए भोम सिंह ने उसे सोमवार देर रात हनवंत छात्रावास के बाहर बुलाया था। वह कार लेकर वहां पहुंच गया था, जहां साजिश के तहत डेविल व राकेश राणा कार में सवार हो गए थे। कुछ देर बाद गार्डन के सामने दोनों नीचे उतरने लगे थे। इस दौरान डेविल ने पीछे से चालक सीट पर सवार दिगम्बर पर गोली चला दी थी, लेकिन गोली सीने पर न लगकर गर्दन के पास से होकर रीढ़ की हड्डी में जाकर फंस गई थी। इसके बाद हमलावर राकेश राणा व डेविल पैदल ही भाग गए थे। राकेश को हिरासत में लिया गया है। डेविल अभी तक पकड़ा नहीं गया है।
हमले के छह आरोपी हो चुके गिरफ्तार
जेठूसिंह व ओमसिंह के बीच रंजिश है। गत वर्ष 20 अगस्त को भाटी चौराहे के पास छात्रावास-3 में कुछ युवकों ने जेठूसिंह पर तलवार व धारदार हथियारों से हमला किया था। रातानाडा थाना पुलिस दिगम्बरसिंह सहित छह जनों को गिरफ्तार कर चुकी है। एक अन्य की गिरफ्तारी पर हाईकोर्ट ने स्टे लगा रखा है।
रंजिश व अवैध हथियार के लिए फायरिंग की आशंका…
हमलावरों की तलाश की जा रही है। हमले के पीछे जेएनवीयू के छात्रावास-3 में पिछले साल हमले की रंजिश के अलावा कुछ हथियारों की बात भी सामने आई है। जांच की जा रही है। जेठूसिंह मैच देखने के बहाने दुबई चला गया था। -आलोक श्रीवास्तव, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) जोधपुर।