थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि गत 9 मार्च को बालरवा निवासी छत्तरसिंह (52) की हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए थे। साइबर सैल के एएसआइ राकेश की मदद से एसआइ चन्द्रकिशोर के नेतृत्व में पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर दबिशें दी और बालरवा गांव निवासी भोमसिंह (48) पुत्र गंगासिंह राजपूत व पुत्र महिपाल सिंह (20) को गिरफ्तार किया। इनसे वारदात में प्रयुक्त वाहन की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।
मकान के सामने रास्ते को लेकर था विवाद
पुलिस का कहना है कि मृतक छत्तरसिंह व भोमसिंह के मकान पास-पास हैं। मकान के सामने रास्ता निकालने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद है। इसी के चलते 8 मार्च की शाम दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। आरोप है कि राजूसिंह व भोमसिंह पाइप लेकर हमला करने आए थे। ऋषिराजसिंह ने बीच-बचाव किया था। इस संबंध में 9 मार्च की सुबह छत्तरसिंह अपने पुत्र रविन्द्रसिंह व अन्य ऋषिराज सिंह के साथ एफआइआर दर्ज कराने मोटरसाइकिल लेकर मथानिया थाने रवाना हुआ था। भोमसिंह व पुत्र महिपालसिंह ने सोची समझी साजिश के तहत कार व पिकअप से पीछा किया था। एक फैक्ट्री के सामने कार से बाइक को टक्कर मारी गई थी। इससे तीनों नीचे गिर गए थे। तब पिकअप से छत्तरसिंह को कुचल दिया गया था। उसे मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान छत्तरसिंह की मौत हो गई थी। पुत्र ने भोमसिंह, महिपालसिंह, अजयपालसिंह व राजूसिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।