पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि चोरी और संदिग्ध माल की खरीद-फरोख्त की आशंका के तहत कबाडि़यों के गोदाम व दुकानों की जांच की गई। सभी थाना क्षेत्र में पुलिस की अलग-अलग टीमों ने 121 दुकानों की जांच की। संदेह के चलते 193 लोगों से पूछताछ की गई। इस दौरान 36 जनों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। दो गिरफ्तारी वारंटों का निस्तारण किया गया। तलाशी के दौरान पुलिस ने 10 मोटरसाइकिल, एक मोपेड, तीन लोडिंग टैक्सी, दो पिकअप व पानी की एक मोटर जब्त की गई।
रूट मार्च कर भाईचारे से रहने की अपील
डीसीपी राजर्षि राज वर्मा के नेतृत्व में सहायक पुलिस आयुक्त प्रतापनगर रविन्द्र बोथरा, सूरसागर थानाधिकारी हरीशचन्द्र सोलंकी और पुलिस लवाजमे पुलिस ने अति संवेदनशील माने जाने वाले सूरसागर में रूट मार्च भी किया। घुड़सवार, डॉग स्क्वॉयड के साथ पुलिस स्टेशन सूरसागर से रूट मार्च शुरू होकर राजाराम सर्कल, व्यापारियों का मोहल्ला, रूपावतों का बास होकर इमली बाड़ी पर समाप्त हुआ। पुलिस ने आमजन से आपसी भाईचारे व शांति के साथ रहने की अपील की।
कबाड़ी की दुकान पर नाबालिग से मजदूरी
जांच के दौरान कायलाना चौराहे के पास लाडू कबाड़ी की दुकान पर नाबालिग से मजदूरी कराने का पता लगा। मानव तस्करी विरोधी यूनिट पश्चिम की प्रभारी एसआइ कैलाशी के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल चंदनसिंह, कांस्टेबल मनीष व अमराराम मौके पर पहुंचे और एक नाबालिग को मुक्त कराया। बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने पर उसे बाल गृह भिजवाया गया। सूरसागर थाने में मुख्तयार अहमद के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया।