नगर निगम परिषद की बैठक का जारी हुआ एजेंडा, सम्मिलन को लेकर संशय, मचा घमासान
आत्महत्या करने होंगे विवश
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि कटनी में पांच दिवसीय प्रशिक्षण भी कराया गया। मासिक वेतन और पीएफ काटने का झूठा वादा किया गया। पैसा वापस मांगने पर गाली-गलौज और धमकियां दी गईं। दर्जनों लोग मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और जनसुनवाई में शिकायत दर्ज करवाई। एएसपी को ज्ञापन सौंपकर कहा कि ठगी के कारण वे कर्ज में डूब गए हैं और पैसा मांगने वाले उनके घर आकर विवाद कर रहे हैं। अगर जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे आत्महत्या करने को मजबूर होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना देने की चेतावनी भी दी है। पीडि़तों ने प्रशासन और पुलिस से ट्रस्ट संचालकों अजय कुमार और अखिलेश केवट के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने मांग की है।
नौकरी में भर्ती करने के बाद सुरक्षा निधी 30-40 लोगों से जमा कराई गई थी। काम के लिए नियुक्त करते हुए समूह बनाने का काम दिया गया था। कई लोग अब काम नहीं कर रहे हैं। कंपनी के खिलाफ शिकायत की है। इसकी जांच कराई जा रही है। शहर में अन्य चिटफंड कंपनियों की जांच कराई जाएगी।
संतोष डेहरिया, एएसपी।