रॉबर्ट लाइन में चल रहा था फर्जीवाड़ा
जीएसटी टीम ने बुधवार को जबलपुर, छिंदवाड़ा और कटनी में छापेमारी की। जांच में सामने आया कि माधवनगर के रॉबर्ट लाइन इलाके में भारती इंटरप्राइजेज नाम की यह फर्म सिर्फ कागजों में मौजूद थी। कंपनी ने 2024 में नानकी बाई के नाम से किरायानामा पेश किया, लेकिन जब टीम ने उनके परिजनों से संपर्क किया तो पता चला कि उनकी मौत 2009 में ही हो चुकी थी। बुधनी से चल रहा था रैकेट
इस फर्जी कंपनी का संचालन बुधनी (सीहोर) की मयूरी जैन द्वारा किया जा रहा था। जीएसटी उपायुक्त प्रकाश सिंह के अनुसार, यह टैक्स चोरी का एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है, जिसमें कई और फर्में भी शामिल हो सकती हैं।
कई और फर्जी कंपनियों का हो सकता है पर्दाफाश
सूत्रों के मुताबिक, इस चेन के जरिए करोड़ों की टैक्स चोरी हुई है। जीएसटी विभाग अब इस रैकेट से जुड़ी अन्य फर्जी कंपनियों की जांच में जुट गया है। इस खुलासे के बाद से जीएसटी अधिकारियों की सक्रियता बढ़ गई है और जल्द ही इस मामले में कई और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।