झालावाड़ जिले के तो खानपुर उपखण्ड मुख्यालय पर भी मिनी सचिवालय है। कोटा के जनप्रतिनिधि भी मिनी सचिवालय बनाने के लिए जोरदार तरीके से मांग उठा रहे हैं। जिला प्रशासन ने भी सरकार को इस संबंध में प्रस्ताव भेज रखा है। कोटा में बेहतर चिकित्सा के लिए बजट में घोषणा होने की उम्मीद है। शिक्षा विभाग ने कोटा जिले के 78 स्कूलों में जर्जर भवनों के निर्माण कार्य के लिए राशि स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को बजट प्रस्ताव भिजवाया है।
कैंसर केयर सेन्टर की संभावना
कोटा में 150 करोड़ की लागत से कैंसर केयर सेन्टर यूनिट की बजट में घोषणा की संभावना है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बजट स्वीकृति के लिए सरकार को प्रस्ताव भिजवाया है। इस कैंसर यूनिट में ओंको सर्जरी, रेडियो फिजिशियन, थैरेपी समेत सभी सुविधा एक ही स्थान पर हो सकेगी। इससे कैंसर मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज हो सकेगा। 100 कोटेज वार्ड के निर्माण का प्रस्ताव
मेडिकल कॉलेज परिसर में 45 करोड़ की लागत से कोटेज वार्ड निर्माण की उम्मीद है। इसमें 100 रूम का निर्माण हो सकेगा। कोटा मेडिकल कॉलेज के निर्माण के बाद से आज तक यहां कोटेज वार्ड का निर्माण नहीं हो सका।
इंटरनेशनल रेडियो व कॉर्डियो कैथ लैब
इंटरनेशल रेडियो व कॉर्डियो कैथ लैब का प्रस्ताव भी भिजवाया गया है। इसमें कैंसर व ह्दय रोगियों को बिना चीर-फाड़ के एडवांस तकनीकी की सर्जरी की सुविधा मिल सकेगी।
एडवांस न्यूरो साइक्रेट्रिक सेंटर
कोटा में 92 करोड़ की लागत से एडवांस न्यूरो साइक्रेट्रिक सेंटर निर्माण का प्रस्ताव भिजवाया गया है। मेडिकल कॉलेज परिसर में जमीन भी चिन्हित की गई है। इसके निर्माण होने से नए काउंसलर, टेली काउंसलिंग, अलग-अलग थैरेपी, मनोचिकित्सक एडवांस उपकरणों से मनोरोगों का उपचार हो सकेगा। इसमें ग्रीन एरिया पार्किंग की सुविधा भी रहेगी। थोक फल-सब्जी मंडी हो शिफ्ट
थोक फल-सब्जी मंडी शहर के बीच संचालित हो रही है। फल-सब्जियों से भरे ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉली मंडी में आते हैं। इससे डीसीएम रोड पर जाम लगा रहता है। साथ ही, मंडी में दिनभर फल-सब्जी के ठेले खड़े रहते हैं इससे आसपास के लोगों को भारी परेशानी होती है। भाजपा के पिछले शासन में थोक फल-सब्जी मंडी शिफ्ट करने की घोषणा हो गई थी, लेकिन कांग्रेस शासन में यह प्रोजेक्ट ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया। अब शंभुपुरा के आसपास मंडी शिफ्ट की संभावनाएं तलाशी जा रही है।
आईटी पार्क और इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर की घोषणा हो
कोटा में आईटी पार्क विकसित होने की संभावनाएं हैं। इसकी काफी समय से मांग भी उठ रही है। आईटी पार्क विकसित होने पर कोटा में आईटी सेक्टर की नई इकाइयां लग सकती हैं। कोटा आईटी का हब बन सकता है। इस बारे में जनप्रतिनिधि भी लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं। साथ ही, भारतमाला परियोजना में दिल्ली-मुबई एक्सप्रेस-वे शुरू होने से इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करने की मांग उठ रही है। इस संबंध में बजट घोषणा की उम्मीद है।
एक निगम की घोषणा की संभावना
कोटा समेत जयपुर और जोधपुर में एक नगर निगम की घोषणा की संभावना है। कांग्रेस शासन के वक्त भी दो निगम बनाने की घोषणा बजट में ही हुई थी। ऐसे में एक निगम की घोषणा भी बजट में हो सकती है। साथ ही, महापौर चुनाव की प्रक्रिया की भी घोषणा की उम्मीद है। लाडपुरा में आधुनिक ऑडिटोरियम बनाने की आस
विधायक कल्पना देवी ने यूडीएच मंत्री को पत्र लिखकर बजट में लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में आधुनिक ऑडिटोरियम बनाने की घोषणा करवाने की मांग की है। लाडपुरा विधानसभा में बोरखेडा, डीसीएम, ताथेड व कैथून क्षेत्र में लगभग 2 लाख की जनसंख्या निवास कर रही है। लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र के समीप ही सांगोद एवं पीपल्दा विधानसभा भी लगती है। ऐसे में यहां पर सांस्कृतिक, शैक्षिक एवं सामाजिक कार्यक्रम करने के लिए एक आधुनिक ऑडिटोरियम की जरूरत है।
लीगेसी वेस्ट को निस्तारित करने की हो सकती है घोषणा
नांता में जमा दशकों पुराने कचरे (लीगेसी वेस्ट) के निस्तारण को राज्य सरकार की ओर से प्रस्तुत बजट में राशि आवंटित की जा सकती है। नांता में चार दशक से जमा कचरे के पहाड़ों के निस्तारण का काम पूर्व सरकार के अंतिम वर्ष में शुरू हुआ, लेकिन ये पहले चरण के बाद ठप हो गया। ऐसे में नांता में लीगेसी वेस्ट वापस काफी बढ़ गया है। ऐसे में लीगेसी वेस्ट का निस्तारण करने के लिए स्पेशल बजट की उम्मीद है।
रायपुरा चौराहे पर फ्लाईओवर की दरकार
कोटा शहर तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। शहर में कैथून, सांगोद समेत ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है। साथ ही, कैथून रोड पर तेजी से नई कॉलोनियां विकसित हो रही हैं। कैथून नगर पालिका को कोटा नगर निगम में शामिल करने की तैयारी चल रही है। ऐसे में रायपुरा चौराहे पर दिनभर जाम लगा रहता है। भारी वाहन नयापुरा, देवली अरब रोड, रायपुरा चौराहा होकर भामाशाहमंडी की तरफ से एनएच-52 पर जाते हैं। साथ ही, किसान भामाशाहमंडी में भी अनाज इसी मार्ग से लेकर लाते हैं। इस कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। बजट में रायपुरा चौराहे पर फ्लाईओवर की घोषणा की संभावना है। केडीए की ओर से इसके प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। दाईं मुख्य नहर पर एक ओर स्टील ब्रिज बनाने की घोषणा की उम्मीद है।