राजस्थान के नावां शहर उपखण्ड मुख्यालय पर मेला महोत्सव देखकर दादी के साथ घर लौट रहे 12 वर्षीय मासूम शंकर लाल की जर्जर विद्युत पोल गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। वार्ड 19 निवासी निवासी हरिराम रैगर ने पुलिस को रिपोर्ट देते हुए बताया कि छोटे भाई किशनलाल का पुत्र शंकरलाल अपनी दादी के साथ बालाजी मंदिर पर मेले में आयोजित कार्यक्रम देखकर वापस घर लौट रहा था। तभी सड़क पर लगा सीमेंट पोल बच्चे के ऊपर गिर गया।
पोल गिरने से बच्चे को काफी चोटें आई और उसी समय उसको पास ही उप जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया और कुछ समय पश्चात मृत घोषित कर दिया। पीड़ित परिवार ने कहा कि विद्युत पोल जर्जर अवस्था में था और विभाग को काफी समय से अवगत भी कराया गया था, लेकिन विभाग ने लापरवाही की और हमारे परिवार के मासूम को छीन लिया। घटना के बादअस्पताल में काफी भीड़ जमा हो गई। परिजनों ने रिपोर्ट देने के बाद मामला दर्ज किया गया।
अस्पताल के बाहर प्रदर्शन
चिकित्सालय के बाहर शनिवार सुबह लोेगों ने विभाग की लापरवाही को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रतिनिधि के रूप में पंकज चौधरी, सम्पत मेघवाल व अन्य ने प्रशासन से वार्ता की। एसडीएम जीतू कुल्हरी ने स्वयं पीड़ित परिवार के समक्ष बैठकर मामले को शांत करवाया तथा आश्वस्त किया कि समस्त मांगों को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो जल्द मिलेगी व लापरवाही पर कार्रवाई होगी। उसके बाद में चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम किया और शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।
4 सूत्रीय मांगों पर बनी सहमति
विद्युत विभाग की लापरवाही को लेकर परिजन व शहर के लोगों में काफी आक्रोश नजर आया। एसडीएम जीतू कुल्हरी, अधिशाषी अभियंता बनवारी लाल चौधरी, सहायक अभियंता सचिन तम्बोली, थानाधिकारी नन्दलाल चौधरी, कनिष्ठ अभियन्ता रमेश खिंची सहित पीड़ित परिवार से प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता हुई और 5 सूत्रीय मांगों पर सहमति बनी।
यह वीडियो भी देखें इसमें विद्युत विभाग की तरफ से करीब 5 लाख रुपए का मुआवजा, मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख समस्त दस्तावेज तैयार के बाद, लापरवाही को लेकर जांच के बाद कार्रवाई, शहर में समस्त जर्जर पोल, ढीले तार का कार्य व संविदा पर पुत्र को नौकरी देने को लेकर प्रस्ताव सरकार को भेजने पर सहमति बनी। इस दौरान एसडीएम ने विद्युत विभाग को 7 दिवस में समस्त पोल तथा तार को लेकर कार्रवाई कर रिपोर्ट देने को कहा।