दुर्गम रास्ता, प्राकृतिक सौंदर्य का आकर्षण
डोंगराखुर्द गांव से महज पांच किलोमीटर और एमपी के मालथौन से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जलप्रपात बरसात के मौसम में पहुंचने के लिए थोड़ा दुर्गम हो जाता है। फिर भी, प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।
पर्यटन की अपार संभावनाएं
कनकद्दर जलप्रपात की खूबसूरती को देखते हुए इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर यहां तक पहुंचने के लिए सड़क बना दी जाए तो पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि होगी।
सुरक्षा और सुविधाओं का अभाव
हालांकि, इस खूबसूरत जगह पर अभी भी कई चुनौतियां हैं। यहां पर्यटकों के ठहरने, खाने-पीने और सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण पर्यटक शाम ढलने से पहले ही वापस लौट जाते हैं। साथ ही, दुर्गम रास्ते और सुरक्षा के अभाव में दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि कनकद्दर जलप्रपात तक पहुंचने के लिए सड़क बनाई जाए और यहां पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।