Orange: दुनिया का संतरा भारत में बना “नारंगी”, पढ़िए ऑरेंज के इतिहास से जुड़ी रोचक बातें
Orange History: फरवरी की हल्की ठंड और ताजगी से भरी नारंगी का स्वाद लेना अपने आप में बेहद स्वादिष्ट होता है। जानिए ऑरेंज (नारंगी) के फायदे और इतिहास से जुड़े तथ्य।
Orange: फरवरी का महीना ठंड और हल्की गर्मी के मेलजोल का मौसम होता है और इस समय बाजार में नारंगी की भरमार रहती है। यह फल न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। नारंगी (Seasonal Fruits) विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और सर्दियों में बीमारियों से बचाव में मदद करता है। इसके अलावा इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है, जो इसे खास बनाता है। आइए जानते हैं कि फरवरी में यह फल क्यों अहम है और इसके फायदे क्या हैं।
Origin Of Orange Fruit नारंगी (Orange) की उत्पत्ति दक्षिणी चीन, पूर्वोत्तर भारत और म्यांमार में हुई थी। मीठे संतरे का सबसे पहला उल्लेख 314 ईसा पूर्व के चीनी साहित्य में था।
आपको यह जानकर रोचक लगेगा कि नारंगी प्राचीन काल से ही मानव संस्कृति का हिस्सा रही है और इसे अलग-अलग संदर्भो में देखा गया है। पश्चिमी कला में इसका पहला उल्लेख अर्नोल्फिनी पोर्ट्रेट (जान वैन आइक) में मिलता है, लेकिन चीनी कला में इसे सदियों पहले से दर्शाया गया था। भारत में इसे संस्कृत में ‘नारंग’ कहा जाता था, जिससे बाद में ‘नारंगी’ शब्द बना।
ऐसा माना जाता है कि 16वीं शताब्दी में पुर्तगाली इसे यूरोप लेकर आए। इसी वजह से तुर्की (पोर्टाकल), ग्रीस (पोर्टोकाली) और रोमानिया (पोर्टोकला) जैसे कुछ देशों में हमारे नाम से बपतिस्मा दिया गया। यूरोप से यह अमेरिका तक पहुंचा और आज हजारों सालों के सफर के बाद संतरे का पेड़ दुनिया में सबसे ज्यादा उगाए जाने वाले फलों में से एक बन चुका है।
ऐसा कहा जाता है कि अरब व्यापारियों ने नारंगी को यूरोप तक पहुंचाया और फिर यह स्पेन, इटली और अन्य पश्चिमी देशों में लोकप्रिय हुआ। आज भारत, ब्राजील, चीन और अमेरिका नारंगी के सबसे बड़े उत्पादक देशों में शामिल हैं। भारत में अलग-अलग राज्यों में विभिन्न प्रकार की नारंगी पाई जाती है, लेकिन महाराष्ट्र की नागपुरी नारंगी को सबसे खास माना जाता है।
आपको ये जानकार हैरानी होगी कि ऑरेंज को नारंगी नाम भारत ने दिया। नागपुर को ”ऑरेंज सिटी” कहा जाता है, क्योंकि यहां की नारंगी देशभर में मशहूर है। नागपुरी संतरा अपने मीठे और हल्के खट्टे स्वाद के लिए जाना जाता है। यह महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में उगाया जाता है और अपने खास स्वाद और गाढ़े रंग के कारण अलग पहचान रखता है।
1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए- इसमें विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है। जो शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करता है और सर्दी-जुकाम से बचाव करता है।
2. दिल के लिए फायदेमंद- नारंगी में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं और दिल की बीमारियों से बचाते हैं। 3. पाचन में सहायक- इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
4. त्वचा को बनाए चमकदार- नारंगी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी त्वचा को चमकदार और हेल्दी बनाए रखते हैं। 5. वजन घटाने में मददगार- नारंगी एक लो-कैलोरी फल है, जो वजन कम करने वालों के लिए बेहतरीन होता है।
6. डायबिटीज के लिए फायदेमंद- इसमें नेचुरल शुगर होती है, जो शरीर के शुगर लेवल को बैलेंस करने में मदद करती है।
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