मुकाबले से ठीक पहले हुआ खुलासा
राष्ट्रीय खेलों के तहत ताइक्वांडो की प्रतियोगिताएं पांच फरवरी से हल्द्वानी में होनी हैं। विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी सोमवार से ही हल्द्वानी पहुंच चुके हैं। इससे ठीक दो दिन पहले ही फिक्सिंग का खुलासा होने से चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि मामले में उन खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों पर भी गाज गिर सकती है, जिन्होंने मैच फिक्सिंग के लिए सहमति जताई होगी। ये भी पढ़ें-
Latest Weather Report:आज आठ जिलों में बारिश के आसार, कल गर्जना के साथ पूरे राज्य बौछारें स्वर्ण पदक के लिए तीन लाख की सौदेबाजी!
राष्ट्रीय खेलों के तहत ताइक्वांडो में फिक्सिंग विवाद सामने आने से पूरे राज्य में हंगामा मचा हुआ है। आरोप है कि ताइक्वांडो डीओसी ने स्वर्ण पदक के लिए तीन लाख रुपये की मांग की थी। वहीं, रजत पदक के लिए दो लाख रुपये और कांस्य पदक के लिए एक लाख रुपये की मांग की गई थी। बताया जा रहा है कि ताइक्वांडो के मुकाबले शुरू होने से पहले 16 वजन श्रेणियों में 10 के नतीजे तय किए गए थे।भारतीय ओलंपिक संघ से भी प्रेस को जारी बयान में अध्यक्ष पीटी उषा ने जीटीसीसी के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, आईओए खिलाड़ियों के प्रति निष्पक्ष है।