सब्जियों पर पड़ी महंगाई की मार, इस कारण से बढ़ जाएंगे के दाम
Budget Highlights 2025: उत्तर प्रदेश में सब्जियां महंगाई हो सकती है। बजट पेश होने से पहले इस कारणों की वजह से सब्जियां महंगी हो सकती हैं। आइये जानते हैं क्या हैं इस महंगाई के पीछे की वजह ?
Union Budget Highlights 2025: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज केंद्रीय बजट 2025 पेश किया। बजट में आम-आदमी के जरूरत से जुडी कई चीज़ें जद में आईं। कुछ महंगा हुआ तो कुछ सस्ता हुआ। बजट पेश होने से पहले उत्तर प्रदेश के कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के नए निर्णय की वजह से सब्जयों का दाम बढ़ सकता है।
उत्तर प्रदेश कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन ने शीतगृह में आलू भंडारण दरों में 20 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। लखनऊ के एक होटल में आयोजित बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा यह फैसला लिया गया। इस संशोधन के बाद जिले के 74 शीतगृहों में सादा आलू का भाड़ा 280 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 300 रुपये हो जाएगा, जबकि शुगर फ्री और चिप्सोना आलू के लिए भंडारण शुल्क 320 रुपये से बढ़कर 340 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
क्या हो सकता है इसका असर ?
शीतगृह भंडारण दरों में वृद्धि से किसानों की लागत बढ़ेगी, जिससे उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। महंगा उत्पादन बाजार में आलू की कीमतें बढ़ाएगा, जिसका असर आम उपभोक्ताओं तक पहुंचेगा। इससे महंगाई बढ़ने की संभावना है, जो सभी के लिए आर्थिक दबाव ला सकता है।
बजट के बाद घरेलु गैस सिलिंडर 11.07 % यानी 100 रुपये सस्ता हुआ है। इसका मतलब गैस सिलिंडर 903 रुपये में मिलता था वो अब 803 रुपये में मिलेगा। इसके साथ ही कमर्शियल गैस सिलिंडर 03.58% यानी 63 रुपये महंगा हुआ है। मतलब जो कमर्शियल गैस सिलिंडर 1755 रुपये में मिलता था वो अब 1818 रुपये में मिलेगा।