शिकायतों पर एसडीएम ने लिया संज्ञान
मामला तब सामने आया जब नियुक्ति सूची जारी होने के बाद वंचित आवेदकों ने विरोध जताते हुए शिकायत की कि उनके प्रतिद्वंद्वी आवेदकों ने राजस्व कर्मियों की मदद से फर्जी कम आय का प्रमाण पत्र बनवाया है। इस पर एसडीएम विनय कुमार सिंह ने गंभीरता दिखाते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को जांच सौंपी, जिसमें 6 लेखपालों की लापरवाही उजागर हुई।
तीन लेखपालों पर तुरंत कार्रवाई
तहसीलदार कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, लेखपाल नाजिया सुल्तान द्वारा सतारन निवासी मोहम्मद आसिफ, लेखपाल अविनाश यादव द्वारा जलालपुर निवासी शाहनवाज हुसैन, और लेखपाल फहीम हुसैन द्वारा ऊंचाकानी गांव निवासी कपिल कुमार की आय जांच में गंभीर लापरवाही बरती गई। तीनों पर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
तीन मामलों में दोबारा जांच
लेखपाल कपिल कुमार द्वारा ललवारा निवासी मेराज आलम और लेखपाल सचिन वर्मा द्वारा ताहरपुर निवासी मुनीर अहमद की जांच रिपोर्ट संदिग्ध पाए जाने पर अब राजस्व निरीक्षक से दोबारा जांच कराई जा रही है।
ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र में भी लापरवाही
लेखपाल सुमन भारती द्वारा बरेठा खिज्रपुर निवासी बाबू हुसैन के ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र की जांच में लापरवाही सामने आने पर उनके खिलाफ भी विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
अन्य लेखपाल भी घेरे में
इसके अलावा लेखपाल मोहम्मद तहसीन और प्रदीप भारती की भी जांच में लापरवाही सामने आई है, जिनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया गया है। तहसीलदार ने पूरे मामले में संबंधित लेखपालों पर कार्रवाई की पुष्टि की है।