मुरैना. हथियारों का नाम आते ही जेहन में मुरैना, भिंड जैसे जिलों का नाम दिमाग में कौंध जाता है। इन जिलों में हथियारों को लेकर जो प्रतिस्पर्धा दिखाई देती है वह किसी से छिपी नहीं है। आलम ये है कि हर शख्स लाइसेंसी हथियार लेना चाहता है और जरा से विवाद होने पर उक्त हथियार का प्रयोग करने से पीछे भी नहीं हटता। मुरैना में इन लाइसेंसी हथियारों को लेकर आपराधिक घटनाएं घटित हो रही है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है लेकिन फायरिंग, हथियारों के प्रदर्शन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। ऐसी ही घटनाओं में कई लोगों की जान तक जा चुकी है। हाल के कुछ माह में सार्वजनिक समारोह में हथियारों का खुलकर प्रदर्शन किया। जिसके वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हुए। उनके खिलाफ कार्रवाई भी हुई है। हालात ये है कि भले ही पुलिस ने ऐसे मामलों में आपराधिक प्रकरण दर्ज किए हो मगर ये सिलसिला थम नहीं रहा है।
जिले में 28 हजार से अधिक लाइसेंसी हथियार जिले में 28 हजार से अधिक लाइसेंसी हथियार हैं। आए दिन लाइसेंसी हथियारों से वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है, लगातार लाइसेंस निलंबित भी हो रहे हैं, उसके बाद भी लोगों को इसका डर नहीं हैं। शादी समारोह में आए दिन हर्ष फायरिंग के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले छह माह से सोशल मीडिया में आए दिन फायरिंग के वीडियो वायरल हो रहे हैं।
छह माह में 69 अपराधिक मामले दर्ज जिले में पिछले छह माह में फायरिंग व हथियारों के प्रदर्शन के कई मामले सामने आ चुके हैं। 1 जुलाई 2024 से 31 जनवरी 2025 तक फायरिंग, हथियार लहराने एवं प्रदर्शन करने की घटनाओं में जिले भर में 69 अपराधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 29 बंदूक के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। कुछ मामलों में पुलिस थानों में जांच चल रही है। हथियारों के प्रदर्शन व फायरिंग को लेकर पुलिस ने सख्ती तो दिखाई है लेकिन लोगों में अभी तक इस बात को लेकर जागरुकता का अभाव है कि ये हथियार लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं। शान व शौक के चलते समारोह में यह भूल जाते हैं कि हम फायरिंग करके अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। अवैध हथियारों से हुई अहम घटनाएं केस- 01
18 फरवरी की रात नौ बजे जौरा में मैरिज गार्डन मेंं शादी में आए विहान (050 पुत्र संजय शाक्य निवासी बागचीनी को गोली मार दी जिससे उसकी जिला अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। केस – 02
जनवरी माह में दिमनी थाना क्षेत्र के रतीराम पुरा टोल के चार्ज सम्हालते समय ठेकेदारों ने हर्ष फायरिंग की। यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो दिमनी पुलिस ने मामला दर्ज कर चार पांच बंदूक के लाइसेंस निरस्त किए। केस- 03
अभी हाल ही में जौरा तहसील के घसटुआ गांव को एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक साथ तीन लोग सडक़ पर खड़े होकर फायरिंग कर रहे हैं। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। क्या कहते हैं लोग
मैं अपने नाती के साथ जौरा मैरिज गार्डन में शादी में गया था। मेरे सामने बाइक पर सवार होकर आए लोगों ने नाती विहान को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। रामेश्वर शाक्य, प्रत्यक्षदर्शी
शादी समारोहों में मैरिज गार्डन में कई बार लोग हर्ष फायर करते देखे हैं, मैंने स्वयं व गार्डन में मौजूद अन्य लोगों ने भी समझाया लेकिन युवा पीड़ी समझने को तैयार नहीं हैं। देवेन्द्र मुदगल, समाजसेवी एक्स्पर्ट व्यू
फायरिंग, हथियारों के प्रदर्शन के मामले तभी थम सकते हैं जब पुलिस कार्रवाई में राजनीतिक हस्तक्षेप बंद हो जाए। अक्सर जब भी फायरिंग के मामले में पुलिस कार्रवाई करती है तो उसमें राजनीतिक हस्तक्षेप शुरू हो जाता है और फिर कार्रवाई शिथिल पड़ जाती है। पुलिस को सख्ती से अभियान चलाकर कार्रवाई करनी होगी, तभी इस तरह की वारदातों में कमी आ सकती है। सुनील खेमरिया, सेवानिवृत्त निरीक्षक पुलिस विभाग एडीशनल एसपी गोपाल सिंह धाकड़ से सीधी बात पत्रिका: पिछले छह महीने में फायरिंग, हथियारों के प्रदर्शन के कितने अपराध दर्ज हुए हैं। एएसपी: पिछले छह माह में फायरिंग, हथियारों के प्रदर्शन जैसे मामलों में 69 अपराध दर्ज किए हैं। पत्रिका: अपराधों में नामजद कितने अपराधियों के लाइसेंस निरस्त किए हैं। एएसपी: जिले भर में फायरिंग सहित अन्य मामलों में नामजद 29 अपराधियों की बंदूकों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। पत्रिका: फायरिंग, हथियारों के प्रदर्शन के मामले थमें, इसके लिए पुलिस क्या कर रही है। एएसपी: इस तरह के मामलों में कमी लाने के लिए पुलिस एक तो कार्रवाई कर रही है, वहीं थाना स्तर पर लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि हथियारों का गलत इस्तेमाल न करें अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
Hindi News / Morena / छह माह में 69 मामले दर्ज, 29 लाइसेंस निलंबित, फिर भी नहीं रुक रहा प्रदर्शन