विधानसभा में उठा शराबबंदी का मुद्दा
विधानसभा में मुरैना विधायक दिनेश गुर्जर ने सरकार से सवाल पूछा था कि मध्य प्रदेश के 19 धार्मिक स्थलों की तरह क्या शनि मंदिर, मितावली, पढ़ावली और करह आश्रम के आसपास भी शराबबंदी लागू की जाएगी? इस पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने स्पष्ट रूप से कहा कि वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
संत हरिगिरि ने जताई नाराजगी
चंबल में शराबबंदी लागू करने की मुहिम चला रहे संत हरिगिरि ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जब करह आश्रम आए थे, तब संतों ने उनसे शराबबंदी की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने इस पर विचार करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब सरकार इससे पीछे हटती दिख रही है। संत हरिगिरि ने कहा कि यदि सरकार इस पर जल्द निर्णय नहीं लेती, तो उसे आगामी समय में गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। शनि मंदिर को विश्वस्तरीय माना, लेकिन शराबबंदी से इनकार
उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने त्रेतायुगीन शनि मंदिर को विश्वस्तरीय धार्मिक स्थल मानने की बात तो स्वीकारी, लेकिन यहां शराबबंदी लागू करने से इनकार कर दिया। उन्होंने साफ कहा कि फिलहाल सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार राज्य के 19 पवित्र तीर्थ स्थलों पर शराबबंदी लागू कर चुकी है। इसके बाद चंबल अंचल के संतों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मिलकर मांग की थी कि त्रेतायुगीन और महाभारतकालीन ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों के आसपास भी शराबबंदी लागू की जाए।