जानिए, क्या था एसई का आदेश एक साल पहले डिस्कॉम एसई ने जिले के सहायक अभियंताओं के नाम आदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने 31 जनवरी 2024 को आयोजित जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिला कलक्टर की ओर से दिए गए निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं एवं रोकथाम के लिए विद्युत विभाग की ओर से सड़क किनारे बिजली के पोल लगाते समय सड़क का ‘राइट ऑफ वे’ का पालन करते हुए खम्भों को उचित दूरी पर स्थापित करने के लिए कहा। साथ ही यह भी बताया कि बिजली तारों की सडक़ लाइन के कार्य के दौरान आईआरसी-32-1969 के नियमों की पालना करते हुए बिजली के तारों की सड़क सतह से न्यूनतम ऊंचाई 6.50 मीटर एवं बिजली के खम्भों की दूरी सडक़ किनारे से 10 मीटर होनी चाहिए। इसके साथ पिछले छह माह में सडक़ सीमा में लगाए गए विद्युत पोलों/लाइनों को भी संबंधित फर्म/ठेकेदार के माध्यम से आईआरसी (इंडियन रोड कांग्रेस) की गाइडलाइन के अनुसार शिफ्ट करवाने के निर्देश दिए।
यह है नियम सड़क श्रेणी – केन्द्र बिन्दू से लाइन की दूरी एनएच/एसएच – 45 मीटर एमडीआर – 25 मीटर ओडीआर – 15 मीटर ग्रामीण सडक़ – 12.5 मीटर
जिम्मेदारों को चिढ़ा रहे बीच सड़क खड़े पोल जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में जिला स्तर के अधिकारी भले ही आंकड़े दिखाकर एक-दूसरे को राजी करते होंगे, लेकिन धरातल पर सड़क हादसों में कम आनी की बजाए वृद्धि हो रही है। नागौर शहर में सडक़ों के बीच खड़े बिजली के खम्भे अधिकारियों को चिढ़ा रहे हैं। जिन अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर छोटे-से लालच में आकर इन खम्भों का खड़ा तो कर दिया, लेकिन अब हटाने में जोर आ रहा है। सुगनसिंह सर्किल से नया दरवाजा जाने वाली सड़क पर एक होटल के पास बीच सड़क खड़ा बिजली का पोल न केवल यातायात में बाधा बन रहा है, बल्कि हादसे को भी निमंत्रण दे रहा है। होटल की तरफ दुकानदार सड़क पर अपना सामान व टेबलें रखकर इतना कब्जा कर लेते हैं कि कई बार तो दुपहिया वाहन भी नहीं निकल पाते। इसके चलते यहां आए दिन वाहन फंस जाते हैं। इसी प्रकार नया दरवाजा से बख्तासागर की तरफ जाने वाली रोड पर भी सडक़ के बीच खड़ा पोल हादसे का सबब बना हुआ है। शहर में ऐसे कई बिजली के खम्भे हैं, जो या तो सड़कों के बीच खड़े हैं या फिर सड़क से सटाकर रोपे गए हैं, जिनसे हादसे होते हैं।
हटाने का प्रावधान नहीं सडक़ों के किनारे खड़े पोल हटाने का कोई प्रावधान नहीं है। सड़कों के बीच जो पोल खड़े हैं, वो भी सड़क बनने से पहले रोपे गए होंगे। हां, भविष्य में जो पोल स्थापित किए जाएंगे, उनमें उचित दूरी रखी जाएगी।
– अशोक चौधरी, अधीक्षण अभियंता, डिस्कॉम, नागौर