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राजस्थान में ‘द्रोणाचार्य’ के बिना ‘एकलव्य’ बनने का सपना संजो रहे युवा

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद में 68 फीसदी पद रिक्त, पिछले 12 वर्षों से नहीं हुई खेल प्रशिक्षकों की भर्ती, सरकार ने पिछले करीब 12 साल से खेल प्रशिक्षकों की भर्ती ही आयोजित नहीं की

नागौरMar 01, 2025 / 11:34 am

shyam choudhary

Sport
नागौर. प्रदेश में खेल विभाग यानी राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की स्थिति बड़ी दयनीय है। क्रीड़ा परिषद में स्वीकृत पदों में से 68 फीसदी पद रिक्त चल रहे हैं, इसमें भी जिला खेल अधिकारी, प्रबंधक व प्रशिक्षकों के रिक्त पदों की स्थिति और खराब है। इनके 88 फीसदी पद रिक्त हैं। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ‘द्रोणाचार्य’ के बिना ‘एकलव्य’ और ‘ध्यानचंद’ कैसे बनेंगे।
गौरतलब है कि राज्य सरकार एक ओर खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ खेल विभाग में प्रशिक्षकों के अधिकतर पद रिक्त होने से खिलाडिय़ों को तराशने वाला भी नहीं है। खेल प्रेमियों का कहना है कि नागौर सहित प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाएं खूब है, लेकिन उन्हें तराशने वाला होना चाहिए। जबकि सरकार ने पिछले करीब 12 साल से खेल प्रशिक्षकों की भर्ती ही आयोजित नहीं की है।
खराब हो जाती है खेल सामग्री

खेल विशेषज्ञों का कहना है कि खेल प्रशिक्षकों के अभाव में न तो खेल सामग्री का उपयोग हो पाता है और न ही सरकारी की ओर से जारी की जाने वाली खेल योजनाएं धरातल पर क्रियान्वित हो पाती हैं। खेल प्रशिक्षकों के अभाव में खिलाडिय़ों को न तो उचित प्रशिक्षण मिल पाता है और न ही आगे बढऩे के लिए मार्गदर्शन।
राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के हालात

पद नाम – स्वीकृत पद – भरे हुए पद – रिक्त पद

खेल प्रबंधक – 15 – 5 – 10

खेल अधिकारी – 35 – 2 – 33
सहायक खेल प्रबंधक – 40 – 0 – 40

प्रशिक्षक ग्रेड प्रथम – 25 – 4 – 21

प्रशिक्षक ग्रेड द्वितीय – 37 – 12 – 25

प्रशिक्षक ग्रेड तृतीय – 186 – 46 – 140
गेम्स बॉय – 27 – 18 – 9

लम्बे समय से पद खाली होना चिंताजनक

राजस्थान राज्य क्रीडा परिषद में पिछले लम्बे समय से खेल अधिकारियों एवं प्रशिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं, जो चिंता का विषय है। सरकार एक तरफ खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ लम्बे समय से प्रशिक्षकों के पद ही नहीं भरे जा रहे हैं। प्रशिक्षकों के अभाव में न तो खेल प्रतिभाएं निखर पाती हैं और न ही खेल मैदान ढंग से तैयार हो पाते हैं। ऐसे में सरकार को सबसे पहले रिक्त पद भरने चाहिए।
– गोविन्द कड़वा, चैयरमेन, नागौर जिला कबड्डी संघ

सरकार को कई बार भेजे प्रस्ताव

खेल विभाग में रिक्त पदों को भरने के लिए मैंने कई बार सरकार को प्रस्ताव भेजे हैं। रिक्त पदों का खमियाजा खिलाडिय़ों को भुगतना पड़ रहा है। नई भर्ती होने तक सरकार शिक्षा विभाग के योग्य शारीरिक शिक्षकों को खेल विभाग में प्रतिनियुक्ति पर भी लगा सकती है, ताकि खिलाडिय़ों को उचित प्रशिक्षण मिल सके।
– शिवशंकर व्यास, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राजस्थान स्टेट सॉफ्टबाल संघ

जल्द भर्ती करवाएंगे

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद में रिक्त चल रहे खेल प्रशिक्षकों के पद भरने के लिए जल्द ही भर्ती करवाएंगे।

– नीरज के. पवन, अध्यक्ष, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद

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