बुलेटप्रूफ कार में क्या-क्या होगा खास
जयशंकर को मिलने वाली बुलेटप्रूफ कार सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है। इस गाड़ी में कांच काफी ज्यादा मोटा होता है और लैमिनेटेड भी होते हैं। इस कांंच से गोली अंदर नहीं जा सकती। इसके अलावा, यदि गाड़ी का टायर पंक्चर हो जाता है तो यह 50 से ज्यादा किलोमीटर तक चलने में सक्षम है। इसको सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है।
दिल्ली पुलिस ने 25 नेताओं की सुरक्षा समीक्षा
दिल्ली पुलिस विदेश सचिव विक्रम मिस्री और केंद्रीय मंत्रियों, सांसदों और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित भाजपा के कम से कम 25 नेताओं की सुरक्षा की भी समीक्षा कर रही है। यह निर्णय दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा द्वारा रविवार को वीआईपी की सुरक्षा पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक के दौरान लिया गया। उन्होंने सैन्य टकराव के बीच, विशेष रूप से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के खिलाफ सार्वजनिक रूप से आवाज उठाई थी। सूत्रों ने बताया कि इसमें शामिल सभी सुरक्षाकर्मियों को फायरिंग और चिकित्सा आपातकालीन प्रशिक्षण प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया।
आवास और कार्यालय के बाहर बढ़ाए सुरक्षकर्मी
सूत्रों के अनुसार, जयशंकर के मामले में पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से खतरे का आकलन करने का आग्रह किया है। जिन उपायों पर विचार किया जा रहा है, उनमें केंद्रीय मंत्री के आवास और कार्यालय के बाहर सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाना, उनके लिए एस्कॉर्ट कार और नया कॉल साइन लगाना शामिल है।
सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, उनके पास सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा है। इसमें मोबाइल सुरक्षा के लिए छह बंदूकधारी और आवास की सुरक्षा के लिए 10 अन्य बंदूकधारी होते हैं। इससे पहले, जेड प्लस सुरक्षा थी, जिसमें मोबाइल सुरक्षा के लिए 10 सुरक्षाकर्मी और आवास की सुरक्षा के लिए 10 अन्य सुरक्षाकर्मी होते थे। पिछले साल बढ़ाई गई थी सुरक्षा
आपको बता दें कि बीते साल अक्टूबर में विदेश मंत्री जयशंकर का सुरक्षा स्तर Y से बढ़ाकर Z लेवल की कर दी थी। सीआरपीएफ ने तब दिल्ली पुलिस से जयशंकर की सुरक्षा का प्रभार ले लिया। विदेश मंत्री की सुरक्षा में पहले से ही 33 कमांडो हमेशा तैनात रहते हैं।