होसपेट में सत्ता का उत्सव
सरकार व प्रशासनिक अमला राजधानी से लगभग 350 किमी दूरी विजयनगर में जमा हुआ था। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार विजयनगर स्थित जिंदल एयरपोर्ट पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अगुवाई कर रहे थे। दोपहर लगभग 12 बजे जब होसपेट जिला स्टेडियम में समर्पण संकल्प समावेश (सार्वजनिक सभा) की शुरुआत हुई तो भारी बारिश का दौर जारी था।
बारिश से डूबा बेंगलूरु
उपस्थित जनसमुदाय सिर छुपाने के लिए संघर्ष करता नजर आया। मंच पर मौजूद अतिथियों का स्वागत करते हुए राजस्व मंत्री कृष्ण बैरेगौड़ा कह रहे थे कि यह बारिश सरकार के लिए ईश्वरीय आशीर्वाद है। लेकिन पिछले 48 घंटों से अप्रत्याशित बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे आईटी सिटी के लोगों के लिए यह किसी आफत से कम नहीं था।
प्रलय बनी बारिश, IT सिटी बेहाल
बेंगलूरु का मान्यता टेक पार्क, सिल्क बोर्ड जंक्शन और शहर के प्रमुख केआर मार्केट सहित कई इलाकों में जलभराव से हालत और गंभीर हो गए। एक दिन पहले मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या और उप मुख्यमंत्री शिवकुमार बीबीएमपी के वार रूम (एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केंद्र) पहुंचे थे और हालात का जायजा लिया था। दूसरे दिन हालात और खराब हुए। लोगों ने जल निकासी, सड़कों पर वाहन न चलने और आपातकालीन सहायता में देरी की लगातार शिकायतें कर रहे थे।
तीन मौतों के साए में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि बेंगलूरु में स्थिति गंभीर है और सरकार की प्राथमिकता दो साल का जश्न मनाना है। उन्होंने कहा कि कुछ ही घंटों की बारिश ने बेंगलूरु को घुटनों पर ला दिया है। लोग परेशान हैं। तीन लोगों की जान चली गई है और सरकार अपनी सालगिरह मनाने में व्यस्त है। बेंगलूरु के लोग सबसे अधिक करदाताओं में से हैं, लेकिन बदले में उन्हें केवल गड्ढे और बाढ़ मिला है। सरकार इस शहर के विकास के प्रति गंभीर नहीं है। 105 मिमी बारिश ने खोली सरकार की पोल
दरअसल, रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात हुई भारी बारिश ने हर साल की तरह इस साल भी मानसून के दस्तक देने से पहले ही सरकार के तैयारियों के दावों की पोल खोल दी। एक दिन में हुई 105 मिमी बारिश के कारण व्यवस्था पानी-पानी हो गई। मई महीने में 270 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जिसमें से शनिवार से मंगलवार के बीच 200 मिमी बारिश दर्ज की गई।
2011 के बाद सर्वाधिक बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के आंकड़ों के अनुसार सोमवार सुबह 8.30 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि के दौरान बेंगलूरु शहर में 105.5 मिमी बारिश हुई, जो वर्ष 2011 के बाद दूसरी सबसे ज्यादा है। इस महीने में पिछली बार इतनी भारी बारिश 18 मई, 2022 को हुई थी। संयोग से मई के लिए अब तक का रिकॉर्ड 153.9 मिमी है, जो 6 मई, 1909 को बना था।