उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “पुलिस में भी ऐसी मानसिकता वाले लोग हैं। डीएसपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई…नीतीश कुमार भ्रम में हैं और हम बिहार के लिए चिंतित हैं। राज्य सुरक्षित हाथों में नहीं है। सीएम ने अपनी चुप्पी के कारण लोगों का विश्वास खो दिया है…केंद्र और राज्य के मंत्री अपराधियों का बचाव करने के लिए सामने आ रहे हैं…हम इस संबंध में राज्यपाल से मिलने आए थे।” उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार पुलिस “जाति और धर्म के आधार पर आम नागरिकों को प्रताड़ित कर रही है।”
मुसलमानों को निशाना बनाकर परेशान किया जा रहा
तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज मैंने माननीय राज्यपाल से मुलाकात की और बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था के संबंध में ज्ञापन दिया तथा उन्हें राज्य में व्याप्त अराजकता की स्थिति से अवगत कराया।” “बिहार में खराब कानून व्यवस्था के कारण राज्य में प्रतिदिन हत्या, गोलीबारी, बलात्कार, लूट, चोरी, छिनतई और रंगदारी की रिकॉर्ड तोड़ घटनाएं हो रही हैं तथा शराब और मादक पदार्थों की तस्करी चरम पर है। हर महीने सैकड़ों लोगों की हत्या हो रही है। पुलिस प्रशासन जाति और धर्म के आधार पर आम नागरिकों पर अत्याचार कर रहा है। खासकर मुसलमानों को निशाना बनाकर परेशान किया जा रहा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार के मंत्री खुद सरकार द्वारा प्रायोजित अपराधों को खुलेआम स्वीकार कर रहे हैं। राज्य और केंद्र के मंत्री सैकड़ों राउंड गोलीबारी को उचित ठहरा रहे हैं। राज्य में अराजकता और अव्यवस्था की चिंताजनक स्थिति है। मुख्यमंत्री को इन सबकी जानकारी नहीं है।”
सोर्स – एएनआई