दावा किया जा रहा है कि हैदराबाद की रामोजी तथा मुंबई के बाद यह देश की तीसरी सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी। राजस्थान में फिल्म सिटी के निर्माण के बाद फिल्म और वृत्तचित्र निर्माण के लिए मुंबई या अन्य शहरों की तरफ स्थानीय निर्माताओं को भी जाना नहीं पड़ेगा।
अब जवाई के जंगलों में गूंजेगा लाइट…कैमरा…एक्शन
पाली के सुमेरपुर के निकट कोलीवाड़ा रोड पर फिल्म सिटी को आकार दिया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद यहां फिल्मों का निर्माण शुरू हो जाएगा और लाइट…कैमरा…एक्शन की आवाज गूंजेगी। फिल्म सिटी में शहर और गांव की लोकेशन बनाई जाएगी। जिसमें स्टूडियो, अकेडमी, स्पोर्ट्स सेंटर इत्यादि होंगे।
एक जंगल तैयार किया जाएगा, जिसमें नेचुरल लैंड स्केपिंग जैसे कई मनमोहक नजारे होंगे। वर्ष 2016 में उद्योगपति ने सरकार से जमीन आवंटन के लिए आवेदन किया था। 2022 में सरकार ने जमीन का आवंटन कर दिया था, लेकिन मौके पर अतिक्रमण हो रखा था। प्रशासन ने अतिक्रमण हटाकर जमीन उद्योगपति को सौंप दी है।
इसलिए चुनी यह लोकेशन
- * मारवाड़ और मेवाड़ यानी जोधपुर और उदयपुर का मिड वे हैं।
- * जवाई बांध समेत आसपास का पूरा क्षेत्र प्राकृतिक है। घना जंगल और वन्यजीव बहुतायत है।
- * कुंभलगढ़, रणकपुर, घाणेराव और नारलाई जैसे ऐतिहासिक और पर्यटल स्थल निकट है।
- * सड़क और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। फिल्म सिटी से कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
- * आउटडोर शूटिंग के लिए आसपास कई महत्वपूर्ण लोकेशन है।
- * डेढ़ सौ किलोमीटर दूरी पर जोधपुर-उदयपुर के एयरपोर्ट है।
- * जवाई बांध से बहुतायत में ट्रेनें चलती है। सुमेरपुर से अहमदाबाद-मुंबई-जयपुर हाईवे निकलता है।
ये फायदा
- * राजस्थानी संस्कृति और पर्यटन को दुनिया में पहचान मिलेगी।
- * स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
- * फिल्म सितारों के आगमन से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- * राजस्थान के शौर्य और पराक्रम से जुड़ी गाथाओं पर भी फिल्मों का निर्माण हो सकेगा।
खूबसूरत होगी फिल्म सिटी
राजस्थान में इससे बेहतर कोई जगह नहीं है। मारवाड़ और मेवाड़ के बीच की विंडो हैं। यहां से रेल और सड़क मार्ग की कनेक्टिविटी बेहतर है। प्राकृतिक सौंदर्य लाजवाब है। आउटडोर शूटिंग के लिए आसपास कई बेहतरीन स्थल हैं। फिल्म सिटी के लिए काम शुरू कर दिया है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने पूरा सहयोग किया। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हमारी कोशिश रहेगी कि अगले तीन साल में यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे।
– राजेश चेटवाल, फिल्म निर्माता एवं उद्योगपति