राजस्थान पत्रिका की ओर से जागरूकता अभियान के तहत साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी, यूपीआई पिन, सीसीडी नबर, डेबिट-क्रेडिट कार्ड नबर, बैंक खाता विवरण, पैन कार्ड एवं आधार कार्ड का विवरण नहीं बताए। अनजान व्यक्तियों से प्राप्त होने वाले वीडियो कॉल और फेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करें। अज्ञात स्वोत से प्राप्त लिंक व अटैच फाइल पर क्लिक नहीं करें। ऐसे अनजान लिंक से सतर्क एवं सावधान रहें। अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफार्म में परिचित व्यक्ति की डीपी लगाकर इमरजेंसी में होना बताकर रुपए मांगते है, ऐसे फर्जी सोशल मीडिया संदेशों के अनुसार मात्र अपने चित-परिचितों की फोटो देखकर पैसे नहीं भेजे। साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि राजस्थान पत्रिका के रक्षा कवच अभियान के तहत लोगों में जागरूकता आ रही है। इसी का परिणाम है कि आज जिले में साइबर ठगी में 30 से 35 प्रतिशत की कमी आई है।
ठगी होने पर इन नंबर पर करें कॉल
साइबर अपराध का शिकार होने पर आप तुरंत साइबर पुलिस थाना पाली के हेल्पलाइन नंबर 9530420905 या नेशनल साइबर पोर्टल के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएं।
येे रहे मौजूद
निवर्तमान पार्षद डॉ. रमेश कुमार चावला, मोहन वागोरिया, रामचन्द्र, सलीम, हनिश, विजयराज चौहान, गुमान खान, सूरजपुरी, श्याम चौहान, शौकत, सोहिल, नरेन्द्र खीची, धनराज, हाजी खा, दाखू बाई, सीतादेवी, विद्यादेवी, शायरी, सुशीला, कमला बाई, सलमा, खातून, मदीना, मनोहर बाई, छोटी, जरीना, आमना, रईसा, छोटी कुरेशी समेत वार्डवासी मौजूद रहे।