दूल्हा और उसका परिवार मूल रूप से मुंबई का रहने वाला था। उनके रिश्तेदार और परिवार के अन्य सदस्य पाली रहते थे। वे खुद भी मूल रूप से पाली के ही रहने वाले थे और कारोबार के लिए मुंबई शिफ्ट हुए थे। इस बीच पाली की लड़की से शादी की बात चली। परिवार मुंबई से पाली पहुंचा। लड़का और लड़की दोनों ने एक दूसरे को पसंद किया। 18 फरवरी को शादी तय थी। दूल्हे ने खुद खाने के मेन्यू से लेकर शादी के वेन्यू तक सब कुछ डिसाइड किया। लेकिन उसके मन में क्या चल रहा था किसी को पता नहीं चला। 17 फरवरी को बिंदोरी और अन्य कार्यक्रम हुए। 18 को शादी से ठीक पहले सवेरे दूल्हा गायब हो गया। काफी घंटे तलाश करने के बाद पता चला कि वह मुंबई पहुंच गया और उसनी अपनी प्रेमिका से शादी कर ली। परिवार ने इस बीच कोतवाली थाने में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी।