क्या है पूरा मामला?
शु्क्रवार की शाम में सीवान के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के मलमलिया चौक पर अपराधियों ने तीन लोगों की हत्या तलवार से काटकर, गोली मारकर और गाड़ी से रौंद कर दी। इस घटना के बाद से पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मृतक कन्हैया सिंह, मुन्ना सिंह और रोहित कुमार ने भगवानपुर थाना को सूचना दिया था कि शत्रुधन सिंह शराब तस्करी किया करते थे। पुलिस को सूचना देने के बाद से ही कन्हैया सिंह को धमकी मिलने लगे थे। कन्हैया सिंह बार बार इसकी सूचना भी मौखिक रूप से पुलिस को दे रही थी। लेकिन, पुलिस इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन, इस बात की सूचना शराब तस्करी से जुड़े लोगों तक जरूर पहुंच गई थी।
कन्हैया सिंह पर हमला
कन्हैया सिंह गुरूवार को अपने घर से मलमलिया बाजार खाद लाने के लिए जा रहे थे। मलमलिया राजकीय मध्य विद्यालय के पास पहले से खड़े तीन लोगों ने उनको घेर लिया। इसके बाद उन लोगों ने पिस्टल की नोक पर अपने साथ ले गए। उनके साथ मारपीट किए और फिर शराब की बोतलों के साथ उसके वीडियो बना लिए। शराब तस्करी से जुड़े लोगों ने कन्हैया सिंह को धमकी देते हुए कहा था कि इसकी सूचना किसी को नहीं देना। अगर किसी को इसकी सूचना दिए तो इसके परिणाम गंभीर होंगे। लेकिन, कन्हैया सिंह ने इसकी तत्काल सूचना भगवानपुर थाना को दी और अपनी सुरक्षा की गुहार लगाया था। वे अपने आवेदन में इस पूरी घटना को लिखना चाहते थे, लेकिन पुलिस के कहने पर शराब की बात उन्होंने नहीं लिखी। सिर्फ मारपीट की बात का ही उल्लेख किया। पुलिस ने इस शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन इस बात की भी सूचना शराब की तस्करी करने वालों तक पहुंच गई।
बीच सड़कर पर तलवार से काट दिया
कन्हैया सिंह की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज करने के अगले दिन दो गाड़ियों व बाइक पर सवार होकर करीब दो दर्जन से अधिक हमलावर वैश्य टोली गांव के रहनेवाले मुन्ना सिंह, रोहित कुमार और कन्हैया सिंह पर हमला कर दिया। ये वही लोग हैं जिन्होंने शत्रुधन सिंह के खिलाफ शराब तस्करी का आरोप लगाया था। कन्हैया सिंह की ओर से एफआईआर दर्ज करने के अगले दिन गाड़ी और मोटरसाइकिल से आए करीब दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने फिल्मी अंदाज में मुन्ना सिंह, रोहित कुमार और कन्हैया सिंह को दौड़ा-दौड़ा कर पहले तलवार से काटा, फिर गोली मारी और जाते वक्त गाड़ी से कुचल दिया। शाम में बीच बाजार में करीब आधे घंटे तक यह सब होता रहा। आस पास के लोग पुलिस को सूचना देते रहे। लेकिन, पुलिस हत्या के बाद पहुंची। पुलिस की इस कार्रवाई ने पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है।