पुलिस की भूमिका पर खड़े हुए सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि हम लोग घटना के तत्काल बाद इसकी सूचना पुलिस को दे दी थी। कम से कम 10 बार हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस तीनों लोगों की हत्या के बाद पहुंची। जबकि करीब आधे घंटे तक बीच सड़क पर खूनी संघर्ष चलता रहा। स्थानीय पुलिस को एक दिन पहले गुरूवार को ही बताया गया था कि हमलावर हत्या कर सकते हैं। इसको लेकर पुलिस को आवेदन तक दिया गया था। लेकिन, पुलिस इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की। इसका ही यह परिणाम है कि तीन लोगों की बीच बाजार में कर दी गई। दो लोग जख्मी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना की स्क्रिप्ट तो तीन दिन पहले ही लिखी गई थी।
किसकी हुई हत्या
मृतक की पहचान कौड़िया वैश्य टोली के स्वर्गीय सूचित सिंह के पुत्र मुन्ना सिंह, पूर्व मुखिया अखिलेश सिंह का पुत्र रोहित कुमार व राजनारायण सिंह का पुत्र कन्हैया सिंह के रूप में हुई है। इस घटना में दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। इनकी पहचान रौशन सिंह एवं करण सिंह के रूप में हुई है। ये गंभीर रूप से जख्मी हैं। इनको बसन्तपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया। घटना के बाद मलमलिया व कौड़िया वैश्य टोली में तनाव कायम है।
तलवार से काटा फिर मारी गोली
स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलावर दो गाड़ियों व बाइक पर सवार होकर करीब दो दर्जन की संख्या में आए थे। हमलावर आते ही वैश्य टोली गांव के रहनेवाले मुन्ना सिंह, रोहित कुमार और कन्हैया सिंह पर हमला कर दिया। हमलावरों ने पहले तीनों को तेज धार वाले हथियार और तलवार से हमला किया। पीड़ित जब अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे तो हमलावरों ने पीछा कर उनको गाड़ी से पहले धक्का मारकर गिरा दिया। उसके बाद तलवार से उनको काटा फिर गोली मार दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमलावर इसके बाद भी नहीं रूके। हथियार से हमला करने के बाद उनको गाड़ियों से भी रौंद दिया। इस हमले में दो लोगों का शव ओवरब्रिज पर पाया गया, वहीं एक व्यक्ति का शव ओवरब्रिज के नीचे मलमलिया चौक बाजार में मिला। पुलिस इस घटनाक्रम के एक घंटे के बाद पहुंची। इससे आक्रोशित होकर स्थानीय लोगों ने गाड़ियों मे आग लगाकर सड़क जाम कर दिया।
आधे घंटे तक उत्पात मचाया
इस घटना से आक्रोशित लोगों ने बताया कि करीब पौने पांच बजे हमलावर सबसे पहले मलमलिया मंदिर के पास पहुंचे और मुन्ना सिंह पर हमला कर दिए। इसके बाद ओवर ब्रिज पर चढ़े और कौड़िया के पूर्व मुखिया अखिलेश सिंह के पुत्र पर हमला किया। ये लोग बचने के लिए सड़क पर भाग रहे थे. हमलावर फिल्मी अंदाज में बिना खौफ के उनको दौड़ा रहे थे। वे लोग अपनी सुरक्षा के लिए सभी से गुहार लगा रहे थे। लेकिन, मदद के लिए कोई सामने नहीं आया। हां आस पास के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दे दी। यह सब कुछ करीब आधे घंटे तक चलता रहा। लेकिन पुलिस नहीं पहुंची। हमलावर जब घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए तब पुलिस आयी।
गुरुवार को कराया था एफआईआर
कन्हैया सिंह ने गुरुवार को थाने में आवेदन देकर आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया था। उन्होंने अपने आवेदन में लिखा था कि वे अपने घर से मलमलिया बाजार खाद लाने के लिए जा रहे थे। मलमलिया राजकीय मध्य विद्यालय के पास पहले से खड़े तीन लोगों ने मुझे पहले घेर लिया। फिर वे मुझे पिस्टल की नोक पर एक घर में ले गए। वहां पहले से कुछ और लोग थे। उन लोगों ने पहले मेरे साथ मारपीट किए फिर मेरे जेब में से सात हजार रूपये और मेरे सोने के चेन छिन लिया। इसके बाद सभी ने मिलकर मेरा एक वीडियो बनाया है। पुलिस अभी इस मामले की जांच करती इससे पहले ही आरोपियों ने शुक्रवार को उनपर हमला कर उनकी हत्या कर दी।