ये प्रशासन द्वारा की गई हत्या है- राउत
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, “…कुंभ इवेंट मैनेजमेंट नहीं है, बल्कि आस्था का विषय है। वहां श्रद्धालुओं के लिए क्या व्यवस्था की गई है? महिलाओं को सड़कों पर सोना पड़ रहा है। अखिलेश यादव के कार्यकाल में कुंभ की व्यवस्थाएं सबसे अच्छी थीं। कुंभ में सभी वीआईपी लोगों के स्नान की व्यवस्था एक ही दिन करनी चाहिए… जब भी केंद्रीय मंत्री और वीवीआईपी आते हैं तो घाट को बंद किया जाता है, इससे सिस्टम पर दबाव पड़ता है और भीड़ बढ़ जाती है, भगदड़ होती है… आज भगदड़ में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। मेरा मानना है कि इन मौतों के लिए प्रशासन जिम्मेदार है…ये प्रशासन द्वारा की गई हत्या है, इसे गैर इरादतन हत्या कहते है, इसके लिए जिम्मेदार कौन है?”
कुप्रबंधन का आरोप
महाकुंभ में मची भगदड़ पर शरद पवार की एनसीपी (एसपी) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “जो हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने साध्वी निरंजन ज्योति का बयान सुना, वह मौके पर मौजूद हैं और उन्होंने कहा है कि कुप्रबंधन है। मैं उम्मीद करूंगी कि उत्तर प्रदेश सरकार इस पर गंभीरता से विचार करेगी।” PM मोदी ने दिए ये निर्देश
वहीँ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की महाकुंभ में घटनाक्रम की स्थिति की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने का निर्देश दिया है।
पीएम मोदी ने महाकुंभ भगदड़ पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।”
राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस हादसे पर कहा, “इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतज़ामी और आम श्रद्धालुओं की जगह वीआईपी मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना ज़िम्मेदार है। अभी कई और महास्नान होने हैं। सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। वीआईपी कल्चर पर लगाम लगनी चाहिए।”