ऑटो से रवाना हुए थे
जानकारी के मुताबिक, प्रतापगढ़ जिले के परानूपुर हथिगवां निवासी गिरजा शंकर द्विवेदी की 70 वर्षीय पत्नी जावित्री देवी रविवार को दारागंज स्थित अपने दूसरे घर जा रही थीं। साथ में बहू कामिनी और तीन नाती आयुष, अनिरुद्ध और वैभव भी थे। सभी लोग ऑटो से रवाना हुए थे।
जब ऑटो मलाक बलऊ गांव के पास पहुंचा, तो तेज रफ्तार में चल रहा वाहन सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गया। टक्कर होते ही चीख-पुकार मच गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद करते हुए ऑटो में फंसे सभी लोगों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस
नवाबगंज पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को फौरन नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद जावित्री देवी और चालक इसहाक को मृत घोषित कर दिया, जबकि कामिनी और तीनों बच्चों की हालत गंभीर होने पर उन्हें स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल रेफर कर दिया गया।
20 मिनट तक यातायात बाधित
हादसे के चलते हाईवे पर करीब 20 मिनट तक यातायात बाधित रहा। पुलिस ने दुर्घटना में शामिल ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। वहीं, मृतकों के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और घटना को लेकर गहरा दुख जताया। यह हादसा एक बार फिर सवाल खड़े करता है कि सड़क किनारे बिना संकेतों के खड़े भारी वाहनों पर कब सख्ती होगी?