दिनों दिन सूर्य की तपिश बढ़ रही है। ऐसे में हर दिन अधिकतम तापमान में वृद्धि हो रही है। मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान 35 डिग्री पहुंच गया था। इससे ट्रेन में सफर करने वाले यात्री गर्मी से बेहाल नजर आए। इस बीच ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म पर पहुंच रही है, यात्री शीतल जल के लिए दौड़ा लगा दे रहे हैं। इधर स्टेशन में लगा वाटर कूलर अभी भी बंद है। इससे यात्रियों को ठंडा पानी नहीं मिल रहा है। यात्री तो पहले वाटर कूलर के पास पहुंचते हैं।
CG News: पत्राचार कर भूल गए
वहां नार्मल पानी मिलने से मायूस होकर स्टालों की तरफ बढ़ते हैं, लेकिन तब तक ट्रेन छूटने का समय होने के कारण हड़बड़ी में ट्रेन में चढ़ना पड़ रहा है। ज्यादा समस्या जनरल व स्लीपर कोच में सफर करने वाले यात्रियों को हो रही है। कई यात्री तो हाथ में बोतल लिए
प्लेटफार्म में लगे सभी नलों के पानी की जांच करते नजर आते हैं, लेकिन ठंडा पानी नहीं मिलने की स्थित में मजबूरी में स्टालों से बोतल खरीद रहे हैं।
यात्रियों का कहना है कि अब सुबह से ही सूर्य की तपीस बढ़ने लगी है। दोपहर होते-होते तापमान 35 डिग्री तक पहुंच जाने से सफर के दौरान लोग परेशान होते हैं। इसके बाद भी स्टेशन में ठंडा पानी नहीं मिलने से आक्रोश नजर आ रहा है।
इस संबंध में रेलवे सूत्रों की मानें तो जिले में बढ़ रही गर्मी को देखते हुए विगत 15 दिन पहले
मेंटेनेंस के लिए पत्राचार किया गया, लेकिन अभी तक मेंटेनेंस नहीं हो पाया है। जिसके चलते सभी वाटर कूलर बंद पडे़ हैं। इसके बंद होने से यात्रियों को स्टालों से ठंडा पानी बोतल खरीदना पड़ता है।
वाटर कूलर को मरमत की जरूरत
यात्रियों को शीतल जल उपलब्ध कराने के लिए प्लेटफार्म नंबर एक व दो में कुल छह वाटर कूलर लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक एक भी चालू नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से बंद पडे़ होने के कारण सभी को सुधार की जरूरत है। उसके बाद ही इसका लाभ मिल सकेगा, लेकिन कब तक सुधार होगा, इस बात की जानकारी तो अधिकारियों के पास भी नहीं है। दिन के समय स्टेशन पहुंचने वाली साउथ बिहार एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, टाटा-इतवारी सहित अन्य ट्रेने जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर रूकती है। लंबी दूरी के
यात्री बोतल लेकर ठंडा पानी के तलाश में निकल पड़ते हैं। इस दौरान यहां लगे नलों पर ठंडा पानी की तलाश करते हैं, लेकिन नहीं मिलने के बाद नार्मल पानी भरकर जब तक ट्रेन के पास पहुंचते है, तब तक ट्रेन चालू हो जाती है। इससे जल्दबाजी में चढ़ने के दौरान हादसे का भय बना रहता है।
स्टेशन मास्टर के संजय कुमार ने कहा की हां गर्मी तो शुरू हो गई है। वाटर कूलर सुधार के लिए पत्राचार किया गया है। जैसे ही निर्देश मिलता है तो सुधार कार्य शुरू हो जाएगा।