विधायक शुक्ला ने पिछले तीन साल में सर्पदंश व जहरीले जन्तु के काटने से हुई अकाल मौत की जानकारी मांगी थीं। इसके उत्तर में मिली जानकारी के आधार पर कहा, सर्पलोक कहे जाने वाले जशपुर में 96 लोगों की सर्पदंश से मौत हुई, जबकि बिलासपुर में 431 लोगों की मौत हो जाती है, जो संभव नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुआवजे में करोड़ों की गड़बड़ी हुई है, फर्जीवाड़ा किया गया है। बिलासपुर में ही 17 करोड़ से अधिक का मुआवजा बांटा गया है। उन्होंने इस मामले की जांच सचिव स्तरीय कमेटी से भी कराने की मांग को प्रमुखता से रखा। सर्पदंश से मौत पर मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है।
CG Budget Session: पहली बार सामने आई जानकारी
राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा, पहली बार ये जानकारी में आया है। ऐसा है तो विधायक जानकारी दें, इसकी जांच कराई जाएगी। विधायक शुक्ला ने कहा, पहले जांच हुई है क्या? जबकि पहले भी शिकायत हुई है। राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों का घोटाला हुआ है। मंत्री ने कहा,मुझे शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर जांच और कार्रवाई दोनों होगी। इस मामले में सत्ता पक्ष के कई अन्य विधायकों ने भी विधायक शुक्ला का समर्थन किया।
सब्सिडी के नाम पर 6 करोड़ की गड़बड़ी, मंत्री बोले- जांच होगी
विधानसभा में कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने केज कल्चर में मिलने वाली सब्सिडी में हुई गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। उनका आरोप था कि पूर्व सहायक संचालक आरके बंजारे ने अपनी पत्नी और परिजनों को सब्सिडी बांटी है। उन्होंने छह करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया। इस मामले सत्ता पक्ष के विधायक भी विपक्ष का साथ देते नजर आए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के निर्देश पर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पूरे मामले की नए सिरे से जांच कराने की घोषणा की। विधायक संगीता सिन्हा ने कहा, लिखित उत्तर में अधिकारी गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, अफसर के खिलाफ एफआईआर और राशि की वसूली होनी चाहिए। सीएम की गैर मौजूदगी में जवाब देते हुए मंत्री जायसवाल ने कहा, एक शिकायत मिली थी। इसमें तत्कालीन सहायक संचालक ने 19.20 लाख की सबसिडी का भुगतान परिजनों के नाम पर ले लिया था। वे अब रिटायर हो चुके हैं। उन्हें 3 मार्च को आरोप पत्र दिया गया है जवाब मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। संगीता ने कहा कि घोटाला साबित हो गया है। तुरंत एफआईआर कराएं।
आरोप पत्र के लिए रिटायर होने का इंतजार : चंद्राकर
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा, आरोप पत्र के लिए रिटायर होने का इंतजार किया गया था या रिटायर होने पर आरोप पत्र देकर कार्रवाई ढीली करने की योजना है। मंत्री जायसवाल ने कहा कि यह शिकायत विधायक कुंवर सिंह निषाद ने जून 24 को की थी। इस पर जांच बिठाई गई। उप संचालक रायपुर ने जांच कर प्रतिवेदन दिया और उस आधार पर आरोप पत्र दिया गया है। यह गड़बड़ी 6 करोड़ नहीं 19.20 लाख रुपए की है। विधायक निषाद ने कहा कि ऐसे ही एक प्रकरण में राजनांदगांव के सहायक संचालक पर कार्रवाई कर दी गई और यहां भेदभाव। सहायक संचालक ने 192 केज कल्चर के सबसिडी में गड़बड़ी की है।