यहां उन्हें सिस्टम में चालान अपलोड नहीं होने की बात कह कर लौटा दिया जा रहा है। इसके चलते यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को बार-बार यातायात मुख्यालय के चक्कर लगाना पड़ रहा है।
E-Challan: जुर्माना भरने वाले हो रहे परेशान
शहर में बिना सीट बेल्ट लगाए कार चलाना, रॉग साइड, बिना हेलमेट, सिग्नल तोड़ना जैसे यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के पास ई-चालान उनके मोबाइल और उनके घरों पर पहुंच रहा है। ई-चालान भरने के लिए वाहन चालकों की समय सीमा भी निर्धारित है। वाहन चालक ऑनलाइन या ऑफलाइन तरीके से जुर्माना भर सकते हैं। कई वाहन चालक इसे ऑफलाइन तरीके से भरने के लिए यातायात मुख्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण सिस्टम में ई-चालान अपलोड नहीं हो पा रहे हैं। इसके चलते वाहन चालकों को बार-बार चक्कर लगाना पड़ रहा है।
लंबी लाइन के बाद निराश होकर लौट रहे चालक
लोगों को मिले ई-चालान में समय सीमा निर्धारित है। इसके कारण वे अपना जरूरी काम में से समय निकालकर चालान पटाने पहुंचते हैं, लेकिन यहां उन्हें लंबी कतार में लगना पड़ता है। इसके कारण चालकों को घंटों का इंतजार भी करना पड़ रहा है। जैसे ही उनका नंबर
चालान पटाने के लिए आता है, तो चालान काटने बैठे व्यक्ति के द्वारा कह दिया जाता है कि अब तक आपका चालान सिस्टम में अपलोड ही नहीं हुआ है। इसके बाद उन्हें एक हफ्ते बाद फिर से बुलाया जाता है।
सिस्टम में अपडेट होने में लगता है समय
एनआईसी ने मिली जानकारी के अनुसार जैसे ही कोई चालक ट्रैफिक नियम तोड़ता है तो सड़कों पर लगे
कैमरों से कैप्चर कर ई-चालान चालकों तक भेजा जाता है। उसे सिस्टम में अपडेट होने के लिए तीन से चार दिनों तक का समय लग जाता है। इसके कारण जो भी चालक चालान पटाने पहुंचते हैं उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ता है।