NEET UG 2025: इन बातों का रखें ध्यान
नया टॉपिक बिल्कुल न छेड़े: अभी जो आता है उसी पर फोकस करें। हर दिन एक मॉक टेस्ट दें: टाइम मैनेजमेंट और एग्जाम पैटर्न समझने के लिए।
गलतियों का एनालिसिस करें: मॉक टेस्ट में जो गलतियां हुईं, उन्हें सुधारना ही इस समय सबसे जरूरी है। स्वास्थ्य का रखें ध्यान: नींद, खानपान और मानसिक स्वास्थ्य भी तैयारी का हिस्सा है। खुद पर भरोसा रखें: पॉजिटिव माइंडसेट ही अंतिम दिनों की सबसे बड़ी ताकत है।
NEET UG 2025: केमिस्ट्री: ऑर्गेनिक-इनऑर्गेनिक और फिजिकल
ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में रिएक्शन मैकेनिज्म और नॉमेनक्लेचर को गहराई से समझना जरूरी है, वहीं इनऑर्गेनिक में पीरियॉडिक टेबल के ट्रेंड्स और प्रमुख कंपाउंड्स को दोहराना चाहिए।
फिजिकल केमिस्ट्री में इक्विलिब्रियम, थर्मोडायनामिक्स और काइनेटिक्स जैसे टॉपिक्स पर पकड़ मजबूत करें। इसके लिए एक फॉर्मूला शीट बनाकर बार-बार उसे देखने की सलाह दी गई।
फिजिक्स: कॉन्सेप्ट क्लियर हो तो न्यूमेरिकल
कुणाल सिंह ने कहा कि भले ही फिजिक्स में न्यूमेरिकल आते हैं, लेकिन कॉन्सेप्ट मजबूत हो तो सवाल जल्दी हल होते हैं। उन्होंने डायग्रास और विज़ुअलाइजेशन के जरिए जटिल टॉपिक को समझने और फॉर्मूला शीट तैयार करने की बात कही। बायोलॉजी सेक्शन में
एनसीईआरटी सबसे अहम भूमिका निभाता है। छात्रों को चाहिए कि वे नसीईआरटी को आखिरी दिन तक दोहराएं। खासतौर पर जेनेटिक्स, ह्यूमन फिजियोलॉजी और प्लांट फिजियोलॉजी जैसे हाई-वेटेज टॉपिक्स पर फोकस करने को कहा गया है। डायग्रास और प्रोसेसेज़ को समझने व याद रखने के लिए लैशकार्ड और माइंड मैप्स का प्रयोग करना भी बेहद उपयोगी होगा।