युवतियों को बरगलाकर
देह व्यापार और अन्य कामों में धकेलने के अनेक मामले सामने आ चुके हैं। कहीं प्लेसमेंट एजेंसियां तो कहीं प्रेम-प्रसंग के नाम पर युवतियों-नाबालिग बच्चियों को फंसाया जा रहा है। बस्तर के कई जिलों में ये लंबे समय से चल रहा है। इसी तरह महासमुंद, बलौदाबाजार जैसे इलाकों से महिलाओं को ईंट-भट्टा में काम कराने के नाम पर यूपी, हरियाणा, बिहार, झारखंड आदि ले जाया जाता है।
इसके बाद उन्हें बंधक बनाकर रखा जाता है।
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई जैसे शहरों में भी यह चल रहा है, लेकिन इसका रूप अलग है। कभी प्रेम प्रसंग, तो कभी नौकरी के नाम पर युवतियों-महिलाओं को बरगलाया जा रहा है। नौकरी जिहाद के नाम पर युवतियों को धोखा देकर दूसरे राज्यों में ले जाने की शिकायतें भी हैं। कई मामलों में पुलिस ने एक्शन लिया तो कई मामलों की जांच जारी है।
आदिवासी युवती को मुंबई पुलिस ने छुड़वाया
केस – 01. नवंबर 2024 में कोण्डागांव की आदिवासी युवती को मुंबई पुलिस ने छुड़वाया। 22 वर्षीय आदिवासी युवती को फिरोज नाम का युवक किडनैप करके ले गया था। वहां उसे अंधेरे कमरे में बंधक बनाकर रखा। उसके साथ लगातार
दुष्कर्म हुआ। बाद में पुलिस ने फिरोज को उत्तरप्रदेश से पकड़ा। युवती ने बताया था कि विरोध करने पर फिरोज ने उसके प्राइवेट-पार्ट को केमिकल डालकर जला दिया। इससे युवती का गर्भाशय खराब हो गया। फेसबुक पर युवती की जानपहचान हुई थी फिरोज से। बाद में उसे जबरदस्ती भगाकर ले गया था।
केस 02. कर्नाटक मेें मिली नाबालिग
अन्य मामले में कर्नाटक से दो नाबालिग बालिकाओं को पुलिस बरामद किया। बच्चियों के पिता के अनुसार, 6 अक्टूबर 24 को वह अपनी पत्नी के साथ गांव में मवेशी चराने गए थे। उसी दौरान 15 वर्षीय बेटी घर से गायब हो गई। पूछताछ में उन्हें पता चला कि कोई मनीराम नाम का व्यक्ति निवासी टांगरगांव के द्वारा प्रार्थी की नाबालिग बेटी व भतीजी को काम दिलाने के बहाने कर्नाटक ले गया है। केस 03. महिला ही ले गई बच्ची को
7 फरवरी 2025, थाना
नारायणपुर, जिला जशपुर में एक मामला पिता ने दर्ज करवाया। महिला आरोपी चम्पा बाई की गिरफ्त से दो नाबालिग बच्चियों छुड़ाकर पुलिस ने परिजनों को सौंपा। महिला बच्चियों को अच्छी कमाई का लालच देकर भगाकर रायगढ़ ले गई थी। रायगढ़ के एक होटल में दोनों बच्चियां मिलीं। होटल मालिक पर भी मामला दर्ज किया गया।
केस 04. नौकरी के नाम पर ले गए
नौकरी जिहाद के नाम पर कई युवतियों को झांसा दिया जा रहा है। उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर फुसलाया जाता है। इसके बाद दूसरे राज्य ले जाकर देह व्यापार या अन्य अनैतिक कार्यों में लगाया जा रहा है। देवेंद्र नगर इलाके की एक युवती को भी इसी नीयत से ले जाया गया था। इस दौरान युवती ने कई यातानाएं सहीं।
नौकरी जिहाद: वॉट्सऐप मैसेज कर नौकरी के नाम पर कॉल करते हैं। दोस्ती करके शादी का झांसा देते हैं। फिर उन्हें घर छोड़ने के लिए मजबूर करते हैं। रायपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में कुछ दिनों से नौकरी जिहाद के नाम पर युवतियों को फंसाया जा रहा है। वॉट्सऐप मैसेज करके उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर कॉल करते हैं। इसके बाद दोस्ती करके शादी का झांसा देते हैं। फिर उन्हें घर छोडऩे के लिए मजबूर करते हैं। जैसे युवती अपना घर छोडक़र उनके पास जाती है, उन्हें दूसरे राज्य में ले जाकर अनैतिक कार्यों में ढकेल देते हैं। उन्हें बंधक भी रखा जा रहा है। सिविल लाइन पुलिस ने ऐसे मैसेज भेजने वाले के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
Patrika Mahila Suraksha: प्लेसमेंट एजेंसियां सक्रिय
बस्तर, सरगुजा संभाग के अलावा
बलौदाबाजार, महासमुंद, राजनांदगांव जैसे जिलों के ग्रामीण इलाकों में कई प्लेसमेंट एजेंसियां भी सक्रिय हैं, जो दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों में घर में काम कराने, ऑफिस वर्क या अन्य क्षेत्रों में काम दिलाने के नाम पर नाबालिगों और युवतियों को भेजते हैं।