भोपाल से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित 400 साल पुराने मां कंकाली मंदिर के चमत्कार दुनियाभर में प्रसिद्ध है। ये भारत का एक मात्र ऐसा मंदिर है जहां कंकाली माता की गरदन 45 डिग्री तक झुकी हुई है। ये टेढ़ी गरदन नवरात्रि के दिनों में सीधी हो जाती है। मान्यता है कि इस दौरान भक्त जो भी मांगता है मां उसकी मुराद जरूर पूरी करती हैं।
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मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में मौजूद मां कंकाली(Maa Kankali crooked neck) का मंदिर सर मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि, पूरे देश के सबसे चर्चित मंदिरों में शामिल है। चमत्कारों और मान्यताओं से भरपूर ये मंदिर राजधानी भोपाल से महज 25 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। मां कंकाली के दर पर आम दिनों में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
भक्तों के बीच प्रचलित धारणाएं
इस दिन सीधी होती है गर्दन : भक्तों का मानना है कि नवरात्रि के समय मां कंकाली के टेढ़ी गर्दन सीधी हो जाती है। नवरात्रि के सातवें दिन मां दुर्गा के सातवें रूप माता कालरात्रि की पूजा की जाती है। कई लोगों का मानना है कि इसी दिन माता प्रचलित चमत्कार देखने को मिलता है। ये भी पढें
– शिव मंदिर के सामने शराब दुकान खोलने की तैयारी में ठेकेदार, श्रद्धालुओं में आक्रोश देखते ही ख़त्म होती है परेशानी : मां कंकाली मंदिर(Maa Kankali temple) को लेकर एक ये धारणा भी प्रचलित है कि कोई भी भक्त अगर माता की टेढ़ी गर्दन को सीधी होते देख लेता है, उसके जीवन की सारी परेशानियां एक पल में गायब हो जाती है। और उसका जीवन खुशियों से भर उठता है।
मनोकामना होती है पूरी: माता के दर पर आए भक्तों और स्थानीय लोगों का कहना है कि मां कंकाली के दर पर जो भी भक्त सच्चे मन से कुछ भी मांगता है। मां उसकी पुकार जरूर सुनती है।
महिलाएं संतान के लिए मांगती है मन्नत : मां कंकाली मंदिर को लेकर ये भी मान्यता प्रचलित है कि जिन महिलाओं को एक भी संतान नहीं है यदि वे यहां माता से मन्नत मांगती हैं तो, माता उनकी सूनी गोद को किलकारियों से भर देती है।
विदेश से भी आते है भक्त : मां कंकाली के चमत्कारों के चलते सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं। सालाना लाखों भक्त मां कंकाली के दर्शन के लिए आते रहते हैं।