3 साल पहले बंद हुई थी सुविधा
दरअसल, करीब तीन साल पहले राज्य शासन ने बाहर के राज्यों से आने वाले मरीजों को मुत उपचार की सुविधा बंद कर दी थी और उसके लिए शुल्क निर्धारित किया था। जिसमें ओपीडी शुल्क, भर्ती शुल्क के साथ ही जरूरी दवाइयों पर भी शुल्क लागू किया गया था। अब इसमें राहत दी गई है। तीन साल बाद राज्य शासन ने इस पर संज्ञान लेते हुए रोक हटा दी और आयुष्मान कार्ड यहां भी चालू कर दिया है।इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज के साथ ही जिले से लगे झालावाड़ और झालरा पाटन में मरीजों को मुत उपचार मिलेगा। झालावाड़ के आर्थोपेडिक ट्रॉमा सेंटर खांड्या चौराहा, बालाजी आर्थोपेडिक अस्पताल, संजीवनी मल्टीस्पेशलिटी सेंटर और एलएन मल्टीस्पेशलिटी सेंटर सहित झालवरा पाटन के सरदार पटेल अस्पताल में यह मुत उपचार मिल सकेगा।राज्य सरकार के दिशा निर्देश
झालावाड़ सीएमएचओ डॉ. साजिद खान ने बताया कि ‘आयुष्मान कार्ड की पोर्टेबिलिटी राज्य सरकार के दिशा निर्देश के बाद शुरू कर दी है। इसमें चयनित अस्पतालों में पांच लाख रुपए तक का उपचार मुत होगा। साथ ही कार्ड दिखाने पर ओपीडी शुल्क और अन्य प्रकार की जांचों के लगने वाले शुल्क भी नहीं लगेंगे। यह व्यवस्था सोमवार से ही लागू कर दी गई है।’हर दिन मप्र से आने वाले मरीज
जानकारी झालावाड़ शासकीय अस्पताल के अनुसार- 50 से 60 मरीज मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल में
- 50 मरीज निजी अस्पतालों में
- 10 से 12 प्रसूताएं प्रतिदिन रेफर होकर आती हैं
- ओपीडी चार्ज भी शुरू कर दिया गया था
भर्ती शुल्क- 30 रुपए
जांचों का शुल्क- 10-1000 रुपए
सिटी स्कैन शल्क- 900-10000 रुपए