शहर के आठवीं बटालियन में चल रहे
पुलिस आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। इसके बाद राज्य शासन ने भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। गड़बड़ी के बाद राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक झा ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।
अब तक 14 की हो चुकी है गिरफ्तारी
जांच अधिकारी सीएसपी पुष्पेन्द्र नायक ने बताया कि जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैटिंग मैसेज व गवाहों के बयान पर अन्य साक्ष्य सबूत इकट्ठे किए हैं। गुरुवार को इवेंट कंपनी के कर्मचारी आरोपी फवेंद्र चनाप (23) जिला
बालोद, विशाल यादव (23) और यशवंत उइके (25) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। इससे पहले पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
भर्ती प्रक्रिया में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें
पुलिस भर्ती के दौरान बार-बार गड़बड़ी की शिकायतें आने के बाद लालबाग थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की। शुरुआती जांच में पता चला कि भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ाने के लिए तकनीकी छेड़छाड़ की गई थी।
महिला अभ्यर्थी भी आई जांच के दायरे में
पुलिस ने इस गड़बड़ी में शामिल एक महिला अभ्यर्थी को भी गिरफ्तार किया है, जिसने नंबर बढ़ाने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटरों से संपर्क किया था।