राजस्थान के राजसमंद के बावलवाड़ा थाना क्षेत्र के सागवाड़ा पाल में एक झोलाछाप से प्रसव करवाने से गर्भवती महिला की मौत हो गई। वहीं नवजात बच्ची सुरक्षित है। बावलवाडा थानाधिकारी गणपत सिंह ने बताया कि मृतका के पिता गणेश ने लिखित रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी पुत्री पुष्पा पटेला (25) पत्नी हरीश पटेला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन सागवाड़ा बस स्टैंड स्थित निजी क्लिनिक ले गए।
यहां झोलाछाप दिनेश ने उसे इंजेक्शन लगाए। करीब दो घंटे बाद डिलीवरी के दौरान गलत इलाज से अत्यधिक रक्तस्त्राव होने से पुष्पा की मौत हो गई। इस पर परिजन और ग्रामीण भड़क गए और क्लिनिक में जमकर हंगामा किया। आरोपी दिनेश कुमार पटेला क्लिनिक बंद कर मौके से भाग गया। कुछ ही देर में विरोध बढ़ गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
दुकान पर लगाया ताला
इसके बाद ऋषभदेव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। साथ ही मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इधर, बावलवाड़ा पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को घटना की जानकारी दे दी है, लेकिन पोस्टमार्टम देरी से होने से स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने झोलाछाप की दुकान पर ताला लगा दिया है।
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सख्त कार्रवाई की मांग
चौंकाने वाली बात यह है कि गांव के पास ही सरकारी अस्पताल है। इसके बावजूद झोलाछाप खुलेआम इलाज कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दिनेश गांव में ही ई-मित्र का कार्य करते हुए ई-मित्र की दुकान में ही खाट बिछाकर इलाज करता है। गांव के जागरूक युवाओं ने झोलाछाप के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।