एसपी अमित कुमार ने मीडिया को बताया नामली के दिनेश्वर के ढाबे पर बीती रात रिंगनिया निवासी वीरेंद्रसिंह उर्फ भूरिया पिता लोभसिंहसोनगरा (25) खाना खाने के लिए गया था। यहां काम करने वाले कर्मचारी विशाल उर्फ देवांश पिता रतनलाल रावत (24) निवासी बजरंग नगर काम करता था। इसी दौरान मृतक ईश्वर उर्फ छोटू पिता जगदीश डोडिया वीरेंद्र से विवाद करने लगा। दो-तीन दिन पहले भी ईश्वर ने पूरण नामक ग्राहक से विवाद कर गाली गलौज की थी। विशाल यह देख रहा था तो वीरेंद्र ने उससे कहा कि इसे निपटाना है। इस पर दोनों सहमत हुए और उन्होंने उसे जड़़वासा कला की पुलिया के पास ले जाकर ढाबे के चाकू से गला रेतकर लाश को पुलिया के नीचे लुढक़ा दिया। चाकू वहीं फैंककर ये दोनों ढाबे आए और फिर मृतक की बाइक ले जाकर लाश के पास फैंक आए। दोनों ढाबे से निकले और वीरेंद्र ने विशाल को उसके घर छोड़ अपने घर पहुंच गया।
ढाबे के चाकू ने खोला राज मृतक के भाई नेपाल पिता जगदीश डोडिया (35) निवासी ग्राम सिमलावदाखुर्द ने नामली पुलिस को सूचना दी कि उसके भाई ईश्वर उर्फ छोटु की लाश जड़वासा कला पुलिया के नीचे पड़ी हुई है। इस पर पुलिस ने इस दिशा में जांच शुरू की। एएसपी राकेश खाखा, एसडीओपी किशोर पाटनवाला, एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल, टीआई पतिराम दावरे, बिलपांक थाना प्रभारी अय्यूब खान, बांगरोद चौकी प्रभारी शांतिलाल चौहान मौके पर पहुंचे। लाश के पास मिले चाकू से पुलिस ने अंदाजा लगाया कि यह ढाबे पर उपयोग होने वाला चाकू है। इसके बाद उन्होंने विशाल को पकड़ा और फिर उसके बताए अनुसार वीरेंद्र को गिरफ्तार लिया।